कोरबा । एटक नेता दीपेश मिश्रा ने कहा कि सरकार कोयला कामगारों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार कर रही हैं। उन्होंने बताया कि कर्मचारी भविष्य निधि के सदस्यों को वर्तमान मे मिल रहे ब्याज दर 8.15 प्रतिशत को 0.10 फीसदी बढ़ाकर वर्ष 2023-24 के लिए ब्याज दर 8.25 प्रतिशत करने का फैसला लिया गया है जो वर्तमान ब्याज दर 8.15 प्रतिशत के मुकाबले 0.10 प्रतिशत ज्यादा है इसके लिए EPFO सेंट्रल बोर्ड आफ ट्रस्टी ने शनिवार 10 फरवरी को अपनी 235 वीं बैठक मे इसकी सिफारिश की है इसका मतलब अब P F पर 8.25 फीसदी दर से ब्याज मिलेगा जबकि वर्तमान दर 8.15 फीसदी है इससे 6 करोड़ कर्मचारियों को फायदा मिलेगा ।
इस संबंध मे एटक के दीपेश मिश्रा ने कहा कि देश मे कार्यरत सरकारी या गैरसरकारी कर्मचारियों को तो जरूर इसका लाभ मिलेगा परंतु कोयला उद्योग मे कार्यरत 4 लाख कामगार चाहे वो सरकारी व निजी कंपनियों मे कार्यरत है वे सब भविष्य मे मिलने वाले इस फायदे से वंचित रहेंगे उन्होंने इस संबंध मे आगे कहा कि कोयला उद्योग मे कार्यरत कर्मचारी या अधिकारी समस्त कोयला खान भविष्य निधि(CMPF) के ही सदस्य है और उनके लिए सी. एम.पी.एफ बोर्ड आफ ट्रस्टी ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए ब्याज दर 7.6 फीसदी तय कर दी है यानी कि कर्मचारी भविष्य निधि की वर्तमान ब्याज दर जो 8.15 फीसदी है उसके मुकाबले यह सिर्फ 7.6 फीसदी है जो वास्तव मे बहुत ही कम है उन्होंने इस संबंध मे विस्तार से यह बताया कि लगता है वर्तमान सरकार कोयला कामगारों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार कर रही है क्योंकि आज भी देश के लिए जरूरी ऊर्जा का प्रमुख स्रोत सिर्फ कोयला है इसमें कोई संदेह नहीं है कोयला उद्योग मे कार्यरत कामगारों को जो वास्तव मे फायदा मिलना चाहिए वो नहीं मिल पा रहा है निस्संदेह कोयला कामगार प्रकृति के विरुद्ध जाकर देश के लिए जरूरी कोयले का उत्पादन कर देश के लिए जरूरी उर्जा पैदा करने मे प्रभावी सहयोग कर रहे है यह सर्व विदित है परंतु सरकार का रवैया कोयला कामगारों के प्रति नकारात्मक है ये बात ठीक नहीं है उनहोंने अंत मे कहा कहा कोयला कामगारों के उज्जवल और अच्छे भविष्य के लिए।
कोयला खान भविष्य निधि को सरकार को हर संभव आर्थिक मदद करे ताकि कर्मचारी भविष्य निधि के दायरे मे आने वाले कामगारों की तरह कोयला खान भविष्य निधि के दायरे मे आने वाले कामगारों को भी वही फायदा मिले जो वर्तमान कर्मचारी भविष्य निधि के सदस्यों को मिल रहा है।