हरियाणा । भारतीय जनता पार्टी ने 2024 के चुनाव के लिए ‘मिशन 370’ का खाका तैयार कर लिया है। शनिवार को हरियाणा में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था, ‘जनता कह रही है कि इस बार 370 हटाने वालों को 370 सीटें देकर लाएगी।’ इस मिशन को पूरा करने के लिए भाजपा ने उन 161 सीटों पर फोकस करने का फैसला किया है जो 2019 में उसके हाथ नहीं आई थी।
भाजपा आलाकमान का कहना है कि अगर इनमें से 67 सीटें भी भाजपा के खाते में आ जाती हैं तो आसानी से 370 सीटों का टारगेट पूरा हो जाएगा।
नई दिल्ली में राष्ट्रीय अधिवेशन के उद्घाटन के मौके पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, हमें 370 सीटों को पार करना है और एनडीए का टारकेट 400 पार है। जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्रम मोदी की अगुआई में भाजपा तीसरी बार भी केंद्र में सरकार बनाएगी। बता दें कि शनिवार को इस कार्यक्रम में कम से कम 11500 नेता शामिल हुए थे। जेपी नड्डा ने कहा कि जिन लोकसभा क्षेत्रों में पिछली बार भाजपा की जीत नहीं हुई थी वहां प्रवास मंत्रियों की देखरेख में विकास के काम किए गए हैं। इससे ज्यादा सीटें जीतने में मदद मिलेगी। इसके अलावा अगले 100 दिनों में पार्टी कार्यकर्ताओं को भी बूथ लेवल पर काम करके ‘विकसित भारत’ और ‘GYAN’का संदेश जनता तक पहुंचाना है। GYAN से मतलब गरीब, युवा, अन्नदाता औऱ नारी से है।
बंगाल में भी होगी जीतः नड्डा
नड्डा ने बाताया कि 2019 के बाद के 26 चुनावों में भाजपा ने 16 में बाजी मारी है। यह सब केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में लोगों के भरोसे की वजह से संभव हो पाया है। मोदी जी ने जनता से जो भी वादे किए, वे पूरे करके दिखाए. उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल में भी अगले चुनाव के बाद भाजपा ही आने वाली है। इसके अलावा तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में भी भाजपा का बेहतर प्रदर्शन होने वाला है।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में भाजपा को सीएए से भी फायदा मिल सकता है। गृह मंत्री अमित शाह ने संकेत दे दिए थे कि लोकसभा चुनाव से पहले वह सीएए लागू करने वाले हैं जिसके तहत पड़ोसी देशों में अत्याचार झेल रहे धार्मिक अल्पसंख्यक भारत आ सकेंगे और उन्हें नागरिकता दी जाएगी। इसके अलावा जो हिंदू पाकिस्तान, बांग्लादेश या फिर अफगानिस्तान से भागकर भारत आ गए हैं उन्हें नागरिकता दी जाएगी। बात करें पश्चिम बंगाल की तो भाजपा तीन सीट से 77 सीटों तक आ गई है।
अधिवेशन की शुरुआत में ही राम मंदिर का भी जिक्र किया गया। जेपी नड्डा ने 1989 के अधिवेशन को याद करते हुए कहा कि तब कुछ लोग इसका उपहास उड़ाया करते थे। लेकिन राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को हो गया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई।