छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में जेजेएम ठेकेदार की मनमानी , पाइपलाइन बिछाने पीएमजीएसवाय की सड़क का किया बेड़ागर्क, बिना अनुमति बीच से ही खोद डाला , किनारों को भी पहुंचाया नुकसान ,ईई बोले कार्रवाई के लिए लिखेंगे …

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। जल जीवन मिशन के अंर्तगत स्वीकृत कार्य का काम करने वाले ठेकेदार मनमानी पर उतर आए हैं। जिसके कारण सड़क का बेड़ागर्क हो रहा है। पोंडी उपरोड़ा ब्लॉक में पिपरिया-पसान मुख्य मार्ग से कुम्हारीदर्री गांव की तरफ जाने वाले प्रधानमंत्री योजना की पक्की डामरयुक्त सड़क को पाइपलाइन बिछाने के लिए बीचों बीच खोद डाला है । बिना अनुमति सड़क काटे जाने की घटना से विभाग भी हैरान है ,मामले में ईई ने संबंधित फर्म के विरुद्ध कार्रवाई के लिए पत्राचार किए जाने की बात कही है ।

यहां बताना होगा कि जिले के पोड़ी-उपरोड़ा ब्लॉक अंतर्गत पिपरिया-पसान मुख्य मार्ग से लगे कुम्हारीदर्री में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के प्रथम चरण के अंतर्गत पक्की सड़क तैयार की थी। अब यह सड़क संधारण (मरम्मत) की स्थिति में है। हाल ही के वर्षों में इसका संधारण किया गया था।
लेकिन इस सड़क को जल जीवन मिशन ठेकेदार की नजर लग गई है। पाइपलाइन बिछाने के लिए ठेकेदार ने ग्रामीण डामरयुक्त सड़क को बीचों बीच खोद खोद डाला है। इतना ही नहीं सड़क के दोनों किनारे भी खोद दिए गये हैं। 3.75 मीटर चौड़ी सड़कों के किनारे साइड शोल्डर(कॉलर )रहता है । सड़क के दोनों तरफ 1.75-1.75 मीटर साइड शोल्डर (कॉलर) होता है जो एक तरह से सड़क को बांधे रहकर मजबूती प्रदान करता है लेकिन उसको भी खोद दिया गया है। ऐसे में सड़क तो कमजोर होगी ही, गाड़ियां भी फसेंगी।सूत्रों के अनुसार समय पर स्वीकृत कार्य पूर्ण करने के दबाव के चलते ठेकेदार यह मनमानी रवैया अपना कार्य कर रहे। जो जनमानस के लिए मुसीबतें खड़ी कर रहा है।

ईई बोले कोई परमिशन नहीं ली,कार्रवाई के लिखेंगे पत्र

मामले में हैरान करने वाली बात तो यह है कि फर्म ने इस कार्य के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना विभाग से अनुमति ली नहीं ली है। कार्यपालन अभियंता संतोष नाग ने हसदेव एक्सप्रेस से कहा है कि मनाही के बावजूद इस तरह का कृत्य अशोभनीय है। करोड़ों की लागत से निर्मित सड़क को बर्बाद की जा रही है। हम मामले में संबंधित फर्म के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई करने सक्षम अधिकारियों को पत्र लिखेंगे।

क्या कर रहे सब इंजीनियर ?बरसात में हो रही खुदाई

मामले में आश्चर्य वाली बात यह है कि बरसात के मौसम में इस तरह से सड़क, मिट्टी खोदने के काम पर पाबन्दी रहती है लेकिन इसका पालन होता नजर नहीं आ रहा। विभागीय अधिकारियों और मैदानी अमले को गंभीरता दिखाने के साथ-साथ इस मामले में तो सड़क को क्षति पहुंचाने के लिए दाण्डिक कार्रवाई करने की आवश्यकता है। एडवाइजरी भी जारी करना चाहिए ताकि सड़कों की सुरक्षा हो सके। पीएचई विभाग के अधिकारी कर्मचारियों की कार्यशैली अत्यंत निराशाजनक रही है। सब इंजीनियर तो फील्ड पर जाने की बजाय दफ्तरों से ही मॉनिटरिंग व मूल्यांकन कर फर्मों को उपकृत कर रहे हैं।

वर्जन

नहीं दी है परमिशन,कार्रवाई के लिए लिखेंगे पत्र

सड़क काटने की कोई परमिशन नहीं ली गई है ,मनाही के बावजूद इस तरह का कृत्य निराशाजनक है। संबंधित फर्म के विरुद्ध नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई करने पत्राचार करेंगे।

संतोष नाग,ईई ,पीएमजीएसवाय कोरबा