ब्रिसबेन टेस्ट में भारतीय टीम का संघर्ष जारी है. तीसरे दिन शार्दुल ठाकुर और वाशिंगटन सुंदर के शानदार अर्धशतकों की मदद से मैच में वापसी करने वाली अजिंक्य रहाणे की टीम ने चौथे दिन भी बेहद कम अंतर पर चार कंगारू बल्लेबाजों को पवेलियन पहुंचा दिया है. पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तानी रिकी पोंटिंग का मानना है कि अगर ये सीरीज 1-1 से बराबरी पर खत्म हुई तो ये उनके लिए बुरी हार के समान होगा.
चोटों से जूझ रही भारतीय टीम ब्रिसबेन टेस्ट में पूरी तरह से अनुभवहीन प्प्प्लेइंग-11 के साथ मैदान में उतरी है. रिकी पोंटिंग ने कहा, “मुझे ऐसा लग रहा है कि ये सीरीज बराबरी पर खत्म होती हुई नजर आ रही है.
अगर सीरीज 1-1 पर ही रही तो मेरी नजर में ये ऑस्ट्रेलियाई टीम की करारी हार जैसी स्थिति होगी.”
तीसरे दिन के खेल के दौरान पोंटिंग ने कप्तान टिम पेन की आलोचना करते हुए कहा था कि टीम भारतीय पुछल्ले बल्लेबाजों को आउट करने के दौरान जरा भी उग्रता दिखाती नजर नहीं आ रही थी. गेंदबाजों ने शार्दुल ठाकुर और वाशिंगटन सुंदर के खिलाफ ज्यादा शॉर्ट गेंदों का इस्तेमाल नहीं किया, जिसके चलते वो आसानी से बड़ी साझेदारी बनाने में सफल रहे.
बता दें कि एडिलेड में खेले गए डे-नाइट टेस्ट में भारत पहली पारी के आधार पर बढ़त हांसिल करने के बावजूद भी दूसरी पारी में खराब प्रदर्शन के चलते बुरी तरह से हार गया था. इसके बाद मेलबर्न में खेले गए बॉक्सिंग डे टेस्ट में अजिंक्य रहाणे की टीम ने कंगारुओं को हराकर सीरीज में जबर्दस्त वापसी की.
फिर सिडनी टेस्ट में भारतीय धुरंधरों ने ऑस्ट्रेलिया की जीती हुई बाजी को हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन के शानदार प्रदर्शन के दम पर ड्रॉ में तबदील कर दिया था. ऐसे में अगर अब ब्रिसबेन टेस्ट भी ड्रॉ पर खत्म हो जाता है तो रिकी पोंटिंग की हताशा को साफ समझा जा सकता है.