कोरबा। डीएमएफ मद से मिनी राइस मिल खरीदी पर भ्रष्टाचार का आरोप लग रहा है। पूर्व गृह मंत्री ननकी राम कंवर ने कलेक्टर को पत्र लिखकर खरीदी प्रक्रिया में हुए गड़बड़ी को जांच कराने की मांग की है। डीएमएफ की मदद से मिनी राइस मिल की खरीदी कर किसानों को प्रदान करने की योजना बनाई गई और कृषि विभाग के प्रस्ताव पर मंजूरी मिलने के बाद बीज निगम के माध्यम से उपकरणों की खरीदी के लिए बीज निगम के माध्यम से सप्लाई मिनी राइस मिल खरीदा गया है। मुश्किल ये है कि बीज निगम में पंजीकृत कई फर्म के पास 51 हजार से 80 हजार रुपये तक के उपकरण मौजूद हैं। बावजूद इसके कृषि विभाग एक लाख रुपये कीमती मिनी राइस मिल क्रय कर रहा है। इस तरह 50 हजार महंगे दर पर मशीन खरीदी कर डीएमएफ की राशि के दुरुपयोग किए जाने का आरोप लगाते हुए कलेक्टर से शिकायत की गई है। वहीं आदिवासी नेता व पूर्व गृह मंत्री ननकी राम कंवर ने मिनी राइस मिल खरीदी में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा है कि जो राइस मिल 25हजार में मार्केट में उपलब्ध हैं उसी राइस मिल को 1लाख 5हजार में खरीदी की गई हैं। इस तरह एक राइस मिल में 80हजार की गड़बड़ी की गई है। उन्होंने कलेक्टर को लिखे पत्र में कहा कि खनिज न्यास मद से हुई खरीदी में जमकर अनियमितता बरती गई है। इसकी जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की जनी चाहिए।