उप पंजीयक पर लगा दबाव बनाने का आरोप ,पाली से निराश लौटे दर्जनों किसान ,कहा धान नहीं खरीदने की चाल ,पटवारियों के भैतिक सत्यापन पर उठाए सवाल
हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । धान खरीदी अभियान के अंतिम पखवाड़े में रिकार्ड धान के आवक एवं बिचौलियों को रोकने जारी किए गए नित नए फरमान से किसान परेशान हैं । दीर्घ (5 एकड़ से अधिक कृषि भूमि पर धान उपार्जित करने वाले बड़े) किसानों का टोकन काटने पर समिति प्रबंधकों को मौखिक आदेश जारी कर रोक लगा दी गई है । उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं ,जिला प्रशासन के इस फरमान की वजह से शुक्रवार को आधा दर्जन से अधिक उपार्जन केंद्रों में हंगामे की स्थिति निर्मित रही। पाली उपार्जन केंद्र से निराश वापस लौटे किसानों ने नाराजगी जाहिर करते हुए इसे शासन प्रशासन की कम धान खरीदी करने की घटिया नीति बताई ।
यहाँ बताना होगा कि 1 दिसंबर से 31 जनवरी तक समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जा रही है । जिले में भी 12 लाख 22 हजार क्विंटल धान खरीदी के लक्ष्य की पूर्ति में अब तक 41 समितियों के 49 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से 11 लाख 92 हजार 691 क्विंटल धान की आवक हो चुकी है । खरीदे गए धान की कीमत 222 करोड़ 83 लाख 55 हजार 110 रुपए की है । धान खरीदी के लिए अभी शासकीय अवकाश दिवस व शनिवार को छोंड़कर कुल 4 दिन की समयावधि और शेष बची है । प्रतिदिन औसतन 25 से 30 हजार क्विंटल धान की आवक हो रही है । ऐसे में तय लक्ष्य से अधिक धान की खरीदी होने की संभावना है । इस दौरान बिचौलियों की भी सक्रियता ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है ,लिहाजा पटवारियों द्वारा गिरदावली उपरांत जारी उत्पादन प्रमाण पत्र के बाद पुनः धान बेचने के लिए टोकन कटाने पहुंचे किसानों के धान का भौतिक सत्यापन कराए जाने के बाद भी धान विक्रय की अनुमति दिए जाने का हास्यप्रद आदेश जारी किया गया है । इसके अलावा उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं ,एवं एसडीएम ,तहसीलदार समिति प्रबंधकों को मौखिक आदेश जारी कर दीर्घ किसानों का टोकन नहीं जारी करने की बात कह रहे हैं । जिसने समिति के कर्मचारियों के साथ किसानों की समस्या बढ़ा दी है । शुक्रवार को पाली उपार्जन से केंद्र में ऐसे दर्जनों दीर्घ किसान वापस लौटे । हसदेव एक्सप्रेस डाँट काम से चर्चा करते हुए किसानों ने अपनी पीड़ा रखी । किसानों का कहना था कि बार बार सत्यापन के नाम पर किसानों को परेशान किया जा रहा है । किसानों का कहना था कि उन्होंने सहकारी बैंक से कर्ज भी ले रखा है धान नहीं बेच पाने की स्थिति में वे कर्ज नहीं चुका सकेंगे । मामले में उपपंजीयक सहकारी संस्थाएं बसन्त कुमार का कहना था कि बिचौलियों का धान किसी तरह से भी उपार्जन केंद्रों में न खपाया जाए इसके लिए इस तरह का निर्देश दिया गया है। टोकन निमानुसार सभी का कटेगा । बहरहाल बड़ी मुश्किल से पटवारी मिल रहे हैं ,जिन्हें अब किसानों को उत्पादन प्रमाण पत्र के बाद भौतिक सत्यापन कराने के लिए भी भेंट पूजा देनी पड़ रही है । इस तरह किसानों का आर्थिक शोषण हो रहा है ।
अखरापाली के प्रबंधक बोले एफआईआर कराने की बात कह रहे डीआर

प्रशासन द्वारा दिए गए लक्ष्य से अधिक धान की खरीदी करने वाले समितियों के प्रबंधकों के खिलाफ प्रशासन दबाव बना रही है । पटवारियों द्वारा जारी उत्पादन प्रमाण पत्र से कम धान खरीदी करने की बात कही जा रही है । जो कि नियम विरुद्ध है ।कर्जदार किसान इससे कर्ज भी नहीं चुका पाएंगे । अखरापाली उपार्जन केंद्र के प्रभारी प्रबंधक हितेंद्र कश्यप को अब और धान की खरीदी करने पर एफआईआर दर्ज कराए जाने की चेतावनी दी जा रही है । ऐसे ही शिकायत लाफा ,कोरबी , पाली ,नवापारा , सहित दर्जनों केंद्रों से प्रबंधक दबी जुबान कह रहे हैं हालांकि कार्यवाई के भय से वे इसकी लिखित शिकायत नहीं कर पा रहे । ऐसा पहला अवसर है जब उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं के खिलाफ जिले में इस तरह की शिकायत सामने आई हो ,इससे एक माह पूर्व भी समिति के कर्मचारी हड़ताल की चेतावनी दे चुके थे ।
किसानों की सुनें
कैसे चुकाऊंगा कर्ज

मैंने बैंक से कृषि कार्य के लिए 23 हजार का कर्ज ले रखा है । 65 क्विंटल धान बेचकर कर्ज चुकाना चाहता था ,टोकन ही नहीं काट रहे कैसे कर्ज चुकाऊंगा । सबकी मिलीभगत है ,हम किसान परेशान हैं ।
पंचराम ,पाली उपार्जन केंद्र
बड़े किसान हैं तो क्या गुनाह कर दिए

हम बड़े किसान हैं तो क्या गुनाह कर दिए ,70 क्विंटल धान बेचने आया था ,पर टोकन किसी और दिन काटेंगे बोलकर वापस कर दिए। समिति के कर्मचारी मनमानी कर रहे हैं ।मैंने भी 12 हजार कर्ज ले रखा है ,जिसे अब नहीं चुका सकूंगा ।
बृजलाल ,समिति पाली
गायब हैं पटवारी गाड़ी बाहर रोक दिए

धान लेकर आया था 45 किलोमीटर दूर बाइसेमर से पर गाड़ी खरीदी केंद्र के बाहर ही रोक दिए । पटवारी गायब है । अपने ही द्वारा जारी किए गए उत्पादन प्रमाण पत्र के बाद पटवारी पुनः भौतिक सत्यापन करेंगे ,हास्यप्रद है ये सब हरकत । किसानों का धान नहीं खरीदने की नीति है ।
रामसिंह जगत ,समिति लाफा
वर्जन
बिचौलियों का धान न आए इसके लिए की कड़ाई
बिचौलियों का किसी भी तरह से न खपाया जा सके इसके लिए निर्देश जारी किए हैं । नियानुसार सभी का टोकन कटेगा ,धान खरीदी निर्धारित दिवस तक चलेगी।
बसन्त कुमार उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं