राजनांदगांव। टिकट वितरण को लेकर कांग्रेस में असंतोष और पार्टी छोड़ने का सिलसिला जारी है। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिला के बाद अब मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चैकी के जिलाध्यक्ष ने अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि अंबागढ़ चौकी नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए कांग्रेस द्वारा टिकट काटे जाने से नाराज जिलाध्यक्ष अनिल मानिकपुरी ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता और जिला अध्यक्ष के पद से पार्टी को इस्तीफा सौंप दिया है। अनिल मानिकपुरी ने बताया कि उन्होने अपना इस्तीफा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के नाम भेजा है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में हो रहे निकाय और पंचायत चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर कार्यकर्ताओं के साथ ही पदाधिकारियों के बीच असंतोष व्याप्त है। बीजेपी और कांग्रेस में टिकट वितरण और टिकट काटे जाने को लेकर अंतर्कलह के साथ भगदड़ की स्थिति बनी हुई है। कांग्रेस पार्टी में धमतरी के जिलाध्यक्ष के इस्तीफे के बाद अब मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चैकी जिला में भी कांग्रेस को झटका लगा है। यहां से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी के जिलाध्यक्ष अनिल मानिकपुरी ने नाराजगी जताते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। अनिल मानिकपुरी ने राजनांदगांव में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अपने इस्तीफा के संबंध में बताया कि……उन्होंने बडे़ दुखी मन से पार्टी छोड़ने का फैसला किया है।
उन्होंने वर्ष 1988 से कांग्रेस के छात्र संगठन से जुड़कर अपनी राजनीतिक की शुरूआत की थी और आज नवीन जिला मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी के जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद तक की लंबी यात्रा तक 36 वर्षो से कांग्रेस के निष्ठावान समर्पित कार्यकर्ता के रूप में पार्टी को तन-मन-धन से योगदान दिया है। अनिल मानिकपुरी ने बताया कि मुझे लगता है पार्टी को मेरी आवश्यकता केवल संगठन के कार्यों को आगे बढ़ाने एवं पार्टी की मजबूत करने के लिए ही रह गयी है। उनके साथ वर्ष 2018 में सीएम हाऊस से फोन आने के नाम पर अन्याय हुआ और 2023 में पुनः पार्टी ने उन्हें विधानसभा के प्रबल दावेदार होने के बाद भी टिकट नहीं दिया। अनिल मानिकपुरी ने पार्टी नेताओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि पार्टी की निष्ठा का उन्हे यह परिणाम मिला कि तेरे-मेरे के चक्कर में टिकट काट दी गई।