पूर्व सीएम भूपेश बघेल के घर नोट गिनने की मशीन लेकर आई ED ,भड़के कांग्रेसी विधायक,विरोध में धरने में बैठे ,कार्रवाई को लेकर पूर्व डिप्टी सीएम ने कही यह बात …

रायपुर/भिलाई। ईडी की टीम ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य बघेल को गिरफ्तार करने की पूरी तैयारी कर ली है। चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी से पूर्व चार कंपनियों के फोर्स को घर से बाहर तैनात कर दिया गया है। करीब 8 सौ जवान कांग्रेस के विरोध से निपटने को तैयार हैं। गौरतलब है,कि ईडी की टीम नोट गिनने की मशीन लेकर घर के भीतर गई है। चार खाने वाली मशीन को पूर्व सीएम के घर के भीतर ले जाया गया है। ईडी की इस कार्रवाई के विरोध में कांग्रेसी घर के मुख्य गेट के बाहर नगाड़ा बजाकर प्रदर्शन कर रहे हैं।

पूर्व सीएम भूपेश बघेल के ठिकानों पर ईडी की छापेमार कार्रवाई के विरोध के स्वर आज सुबह से ही पूरे छत्तीसगढ़ में गूंज रहे हैं। इसकी आंच अब छत्तीसगढ़ विधानसभा तक पहुंच गई है। सदन में प्रश्न शुरू होते ही सभी कांग्रेसी विधायक अपनी सीट पर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने हंगामा को लेकर कहा कि यह प्रश्नकाल है महत्वपूर्ण सवाल लगे हैं, जीरो आवर में आप अपना मुद्दा उठा सकते हैं। मैं आपको पूरा मौका दूंगा लेकिन विपक्ष के सदस्यों ने विधानसभा अध्यक्ष की एक न सुनी और नारेबाजी करते हुए गर्भगृह में प्रवेश कर गए और निलंबित हो गए।

सदन के गर्भगृह में बैठकर निलंबित कांग्रेसी विधायक नारेबाजी करने लगे। कांग्रेस विधायक, ED से डराना बंद करो, लोकतंत्र की हत्या बंद करो, का नारा लगा रहे थे। जिस पर विधानसभा अध्यक्ष को कहना पड़ा कि सभी निलंबित विधायक बाहर चले जाएं। दूसरी ओर, भूपेश बघेल के आवास पर कई नेताओं का जमावड़ा शुरू हो गया है। भिलाई के कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव भी भूपेश बघेल के घर पहुंचे हैं। कांग्रेस विधायक पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सरकारी बंगले में पहुंच रहे हैं। ED के छापे को लेकर कांग्रेस की आगे की रणनीति पर चर्चा होगी।

नोट काउंटिंग मशीन देख भड़के कांग्रेसी

नोट गिनने की मशीन को देख भूपेश समर्थकों ने जम कर विरोध जताते हुए नारेबाजी की।उनका कहना था कि ईडी कुछ तो प्लांट कर फंसाने कि कोशिश कर रही है ।ED की टीम,,,,, सुरक्षा बल और समर्थकों में तीखी बहस बहस भी हुई है।
पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा- भारतीय जनता पार्टी की बी-टीम के रूप में कार्य कर रही प्रवर्तन निदेशालय द्वारा हमारे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विरुद्ध की गई दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई का हम कड़ा विरोध करते हैं। यह लोकतंत्र की सीधी हत्या है और विपक्ष की आवाज़ को दबाने का सुनियोजित प्रयास है। मैं स्वयं इस अन्याय के विरोध में धरातल पर उतरते हुए भिलाई के लिए रवाना हो गया हूं।

लोकतांत्रिक लड़ाई को लड़ेंगे- पूर्व डिप्टी सीएम

भूपेश बघेल ने कहा है कि मैं इस विषय को लेकर पार्टी के विधायकों, वरिष्ठ नेताओं एवं संगठन के अन्य जिम्मेदार साथियों के सतत संपर्क में हूं और हम सब एकजुट होकर इस लोकतांत्रिक लड़ाई को लड़ेंगे। यह सिर्फ एक व्यक्ति पर हमला नहीं, बल्कि पूरे लोकतांत्रिक ढांचे और जनता की आवाज़ पर हमला है।