एंडरसन -तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 :न चले बुमराह न सिराज ,371 रन का टारगेट देकर भी भारत को पहले टेस्ट मैच में मिली इंग्लैंड से करारी हार ,आधा दर्जन से अधिक कैच टपकाए ,मिडिल लोवर ऑर्डर लड़खड़ाए,जानें 5 शतक जड़ने ,835 रन बनाने के बाद भी हार की वजह ….

लीड्स: इंग्लैंड ने हैडिंग्ले में आयोजित एंडरसन -तेंदुलकर ट्राफी 2025 के पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने टेस्ट इतिहास का 10वां सबसे बड़ा रन चेज कर लिया है। हेडिंग्ले के मैदान पर भारत ने आखिरी पारी में इंग्लैंड को जीत के लिए 371 रनों का लक्ष्य दिया था। बेन स्टोक्स की टीम ने 5 विकेट खोकर मुकाबला अपने नाम कर 5 मैचों की सीरीज में 1 -0 से बढ़त बना लिया। यह भारत के खिलाफ टेस्ट इतिहास में दूसरा सबसे बड़ा रन चेज है। सबसे बड़े रन चेज का रिकॉर्ड भी इंग्लैंड के नाम है। 2022 में बर्मिंघम में इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ चौथी पारी में 378 रनों का टारगेट हासिल कर लिया था। ये दोनों टेस्ट में इंग्लैंड के दो सबसे बड़े रन चेज हैं। मैच की पहली पारी में भारत ने 471 रन बनाए थे। इसके बाद इंग्लैंड ने 465 रन ठोके। भारतीय टीम की दूसरी पारी 364 रनों पर सिमट गई थी। इस तरह इंग्लैंड को जीत के लिए 371 रनों का लक्ष्य मिला। इस जीत से इंग्लैंड ने एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में 1-0 की बढ़त बना ली है। यह विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 में भारत का पहला मैच था।

गिल की कप्तानी में पहला टेस्ट 👇

शुभमन गिल की कप्तानी में यह भारत का पहला ही टेस्ट था। इस मैच के साथ गिल-गंभीर युग की शुरुआत हुई है लेकिन टीम को शर्मनाक हार मिली। भारत ने मैच में 835 रन बनाए। टीम की तरफ से बल्लेबाजों ने 5 शतक लगाए। आज तक किसी भी टेस्ट में भारत की तरफ से 5 शतक नहीं लगे थे। इसके बाद भी टीम इंडिया का मुकाबला हारना काफी शर्मानाक है। भारत को इससे पहले सिर्फ एक बार ही अपनी पहली पारी में इससे बड़ा स्कोर बनाने के बाद हार मिली थी। 2008 के सिडनी टेस्ट में 532 रन बनाकर के बाद भी ऑस्ट्रेलिया से भारत हार गया था। अब तक टेस्ट इतिहास में सिर्फ चार ही बार कोई टीम 835 रन से ज्यादा बनाने के बाद भी मैच हारी। इंग्लैंड 1948 में इसी मैदान पर 861 रन बनाने के बाद हारी थी। 2022 में पाकिस्तान 847 और न्यूजीलैंड 837 रन बनाने के बाद इंग्लैंड से हारी थी।

बेन डकेट ने ठोका शतक👇

इंग्लैंड की तरफ से चौथी पारी में बेन डकेट ने तूफानी शतक ठोका। सलामी बल्लेबाजी करने उतरे डकेट ने 149 रनों की पारी खेली। सिर्फ 170 गेंदों पर उन्होंने 21 चौके और एक छक्का लगाया। यह टेस्ट मैच की चौथी पारी में भारत के खिलाफ किसी भी बल्लेबाज का सबसे बड़ा स्कोर है। पहले विकेट के लिए डकेट ने जैक क्राउली के साथ 188 रनों की साझेदारी बनाई। यह टेस्ट इतिहास में इंग्लैंड के लिए चौथी पारी में सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी है। जो रूट 53 जबकि जेमी स्मिथ 44 रन बनाकर नाबाद रहे।

5 शतक लगाने के बाद मैच हारने वाली पहली टीम 👇

जिस मैच में भारत की ओर से 5 शतक लगे हों और एक गेंदबाज ने 5 विकेट लिए हों, अगर इसके बाद भी टीम हार जाए तो आप क्या कहेंगे. आसान जवाब तो यह है कि दूसरी टीम ने भारत से भी बेहतर खेल दिखाया. लेकिन एक जवाब और है. वह यह कि अगर भारत के कुछ खिलाड़ियों ने शानदार खिल दिखाया तो बाकी अपना औसत प्रदर्शन भी नहीं कर पाए. इस मैच में ऐसे 7 खिलाड़ी रहे, जिनके खराब प्रदर्शन ने भारत से जीता हुआ मैच छीन लिया. इन खिलाड़ियों की छवि जो भी हो लेकिन यह कहने में गुरेज नहीं कि वे लीड्स टेस्ट में भारत के ‘गुनहगार’ साबित हुए.

1 .यशस्वी ने टपकाए 4 कैच 👇

यशस्वी जायसवाल ने इस मैच में पहला शतक बनाया. उनकी पारी ने ही भारतीय बैटिंग को वह मोमेंटम दिया जिसकी बदौलत भारत ने पहली पारी में 471 रन बनाए. लेकिन इस पारी के बाद यशस्वी का जैसे बुरा वक्त शुरू हो गया. उन्होंने इंग्लैंड की पहली पारी में तीन और दूसरी पारी में एक कैच छोड़ा. दूसरी पारी में बेन डकेट का कैच छोड़ना तो टर्निंग पॉइंट साबित हुआ.

2 .करुण नहीं उठा सके मौके का फायदा👇

भारतीय टीम में आठ साल बाद वापसी करने वाले करुण नायर के लिए यह मुकाबला यादगार नहीं कहा जाएगा. वे पहली पारी में खाता नहीं खोल पाए. फिर दूसरी पारी में 20 रन बनाकर चलते बने. दोनों ही पारी में उनकी नाकामी ने भारत से वह मौका छीन लिया जब टीम उम्मीद कर रही थी कि 500 रन बनेंगे.

3 .उम्मीद पर खरे नहीं उतरे जडेजा 👇

रवींद्र जडेजा भारतीय प्लेइंग इलेवन में शामिल एकमात्र ऑलराउंडर थे. टीम के एकमात्र स्पिनर भी थे. जडेजा इन दोनों ही भूमिकाओं में खरे नहीं उतरे. जडेजा ने पहली पारी में 11 और दूसरी पारी में 25 रन (नाबाद) बनाए. गेंदबाजी में पहली पारी में उनके हाथ कोई विकेट नहीं लगा. इंग्लैंड की दूसरी पारी में उन्होंने बेन स्टोक्स को जरूर आउट किया लेकिन उनसे इससे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी, जो वे नहीं कर पाए.

  1. शार्दुल ठाकुर ने किया निराश 👇

शार्दुल ठाकुर को ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी पर वरीयता दी गई थी. उम्मीद थी कि वे नीतीश से बेहतर बॉलिंग करेंगे और कुछ रन भी बनाएंगे. शार्दुल बैटिंग में तो पूरी तरह फेल रहे और पहली पारी में 1 और दूसरी पारी में 4 रन बनाकर आउट हो गए. गेंदबाजी में भी वे उम्मीद पर खरे नहीं उतरे. शार्दुल ठाकुर पहली पारी में कोई विकेट नहीं ले सके. दूसरी पारी में उन्होंने 2 विकेट लिए.

  1. रंग में नहीं दिखे मोहम्मद सिराज👇

मोहम्मद सिराज भारतीय टीम के दूसरे सीनियर पेसर थे और उम्मीद थी कि वे जसप्रीत बुमराह के साथ मिलकर भारतीय अटैक की अगुवाई करेंगे. सिराज ऐसा नहीं कर पाए. हालांकि, उन्हें साथी खिलाड़ियों की मदद भी नहीं मिली. सिराज की गेंद पर दो कैच छूटे. अगर ये कैच पकड़े जाते तो इंग्लैंड को दबाव में लाया जा सकता था. सिराज ने पहली पारी में 2 विकेट झटके. दूसरी पारी में उन्हें कोई विकेट नहीं मिला.

  1. विकेट लेकर भी विलेन बन गए कृष्णा👇

प्रसिद्ध कृष्णा भारतीय टीम के तीसरे तेज गेंदबाज थे. उन्होंने मैच में 5 विकेट झटके. पहली पारी में 3 और दूसरी पारी में 2 विकेट. लेकिन उन्होंने दोनों ही पारियों में खूब रन लुटाए. पहली पारी में उन्होंने 20 ओवर में 6.40 की स्ट्राइक रेट से 128 रन खर्च किए. दूसरी पारी में उन्होंने 6 से ज्यादा की की स्ट्राइक रेट से 90 से ज्यादा रन लुटाए.

  1. साई सुदर्शन का बल्ला भी रहा खामोश👇

साई सुदर्शन का यह डेब्यू मैच ही था. आईपीएल 2025 में सबसे अधिक रन बनाने वाले साई इंग्लैंड के खिलाफ पहली पारी में खाता नहीं खोल पाए. दूसरी पारी में भी उनके बल्ले से 30 रन ही निकले.