पुरी :जगन्नाथ रथयात्रा के दौरान गुंडिचा मंदिर के पास मची भगदड़ ,70 वर्षीय बुजुर्ग समेत 3 की मौत ,50 से अधिक घायल ,9 की हालत गंभीर ,सुभद्रा रथ के पास ,उमस से 625 की बिगड़ी तबियत ,जानें इस अव्यवस्था की वजह से हुआ हादसा …..जांच के आदेश

पुरी । ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के दौरान भगदड़ मच गई है। धार्मिक उत्सव में इस हादसे के बाद चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई है। बताया जा रहा है कि 29 जून को श्री गुंडिचा मंदिर के पास भगदड़ मचने से कम से कम तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हो गए।

पुरी के जिला कलेक्टर सिद्धार्थ एस स्वैन ने बताया कि भगदड़ भगवान जगन्नाथ, नंदीघोष के रथ के सामने हुई, जब वह रविवार सुबह करीब 4-5 बजे गुंडिचा मंदिर पहुंचा। जब तीनों रथ अपने गंतव्य पर पहुंचे, तो भगवान के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे भीड़ के अवरोधक ढह गए।

नतीजतन, कई श्रद्धालु रथ के पहियों के पास एक-दूसरे के ऊपर गिर गए। उन्होंने बताया कि घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और छह लोगों की हालत गंभीर है। मृतकों की पहचान खोरदा जिले के बोलागढ़ की बसंती साहू, प्रेमकांति मोहंती और बलियांता ब्लॉक के अथंतारा गांव की प्रभाती दास 70 वर्ष के रूप में हुई है।

शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है। स्थानीय मीडिया ने बताया कि घटनास्थल पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस की व्यवस्था अपर्याप्त थी।

ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने अपनी संवेदना व्यक्त की और उच्च स्तरीय जांच की घोषणा की। उन्होंने कहा, “तीन मौतों से जुड़ी त्रासदी ने हमें बहुत दुखी किया है। हम पूरी जांच करेंगे और उन लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई करेंगे जिनकी लापरवाही के कारण यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई।”

प्रशासन के अनुसार, दो दिवसीय रथ यात्रा समारोह में अधिकृत रूप से 10 लाख से अधिक लोग शामिल हुए। यात्रा के पहले दिन शुक्रवार को 10 लाख से अधिक भक्तों ने भाग लिया, जिसके परिणामस्वरूप भीड़ का दबाव काफी बढ़ गया। जबकि लोगों की मानें तो रथयात्रा में 15 से 20 लाख श्रद्धालुओं की मौजूदगी रही। देर शाम तक देवी सुभद्रा के रथ के पास लगभग 625 लोग कथित तौर पर बीमार पड़ गए।

शुक्रवार की तुलना में भीड़ के आकार में 10-20% की कमी के बावजूद शनिवार को भी कई भक्त बीमार पड़े। अधिकारियों ने बताया कि पिछले 24 घंटों में 650 से अधिक भक्तों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ा। कम से कम 70 को अस्पतालों में भर्ती कराया गया और नौ की हालत गंभीर बनी हुई है।