CG : ड्रग्स क्वीन नव्या 4 साथियों के साथ गिरफ्तार ,जानें कैसे फैलाया था नशे का जाल ….

विधि अग्रवाल और ऋषिराज इवेंट मैनेजर बन कर हाई सोसायटी पार्टियों में करते थे ड्रग की सप्लाई

​रायपुर। रायपुर पुलिस ने शहर में चल रहे एमडीएमए ड्रग्स रैकेट के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए मुंबई से गिरफ्तार की गई मुख्य आरोपी नव्या मलिक के साथ चार और लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें विधि अग्रवाल और ऋषिराज टंडन भी शामिल हैं, जो पार्टियों में इवेंट मैनेजर बनकर ड्रग्स सप्लाई करते थे। गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपियों के नाम सोहेल खान और जुनैद अख्तर हैं, जो नव्या मलिक और अयाज परवेज के साथी हैं। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया है।इस मामले में अब तक 30 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।पुलिस को बड़ी संख्या में रसूखदारों की संतानों की जानकारी मिली है ,जो ड्रग सेवन कर रहे थे।

👉 ​क्या है पूरा मामला?

​यह मामला तब सामने आया जब 23 अगस्त को एंटी क्राइम और साइबर यूनिट तथा गंज थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने देवेंद्र नगर ओवर ब्रिज के पास एक कार से हर्ष आहूजा, मोनू विश्नोई, और दीप धनोरिया को गिरफ्तार किया। उनके पास से 27.58 ग्राम एमडीएमए ड्रग्स और 5 मोबाइल फोन जब्त किए गए थे। इस संबंध में गंज थाने में नारकोटिक एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था।
​नव्या मलिक ने उगले कई राज
​शुरुआती गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की, जिसके आधार पर शहर में ड्रग्स का कारोबार चलाने वाली नव्या मलिक और उसके साथी अयान परवेज को पकड़ा गया। उनके पास से 3 मोबाइल और कुछ नशीली दवाइयां मिलीं।

👉 ​विधि अग्रवाल और ऋषिराज टंडन भी शामिल

​नव्या मलिक और अयान परवेज से पूछताछ के बाद, उन्होंने बताया कि वे यह ड्रग्स विधि अग्रवाल से लेते थे। साथ ही, सोहेल खान और जुनैद अख्तर के भी इस रैकेट में शामिल होने का खुलासा हुआ। पुलिस ने सोहेल खान, जुनैद अख्तर और विधि अग्रवाल को गिरफ्तार किया।
​विधि अग्रवाल से जब और पूछताछ की गई, तो उसने शंकर नगर के रहने वाले ऋषिराज टंडन से ड्रग्स लेने की बात कबूल की। इसके बाद पुलिस ने ऋषिराज टंडन को भी गिरफ्तार कर लिया। सभी आरोपियों को फिलहाल पुलिस रिमांड पर लिया गया है ताकि उनसे और पूछताछ की जा सके।इस मामले में चर्चा है कि पुलिस के हाथ जिन्हें ड्रग सप्लाई की जाती थी ,उनकी पूरी डिटेल भी मिल गई है।जिसके सहारे इस मामले को सभी एंगल से खंगाला जाएगा।राज्य में पकड़ा गया ये पहला बड़ा ड्रग रैकेट है।

👉 क्या है ये ड्रग ?

एमडीएमए (मेथिलीनडाइऑक्सीमेथैम्फेटामाइन) एक अवैध दवा है जो आपको यूफोरिक रश (खुशी की तीव्र अनुभूति) दे सकती है। यह केंद्रीय तंत्रिका तंत्र का एक उत्तेजक है जो डोपामाइन के उच्च स्तर को स्रावित करता है। डोपामाइन एक मस्तिष्क रसायन है जो आनंद और पुरस्कार से जुड़ा है। एमडीएमए एक्स्टसी का मुख्य घटक है।

👉नव्या के ड्रग्स पैडलर बनने की कहानी

रायपुर के प्रभावशाली लोगों से संबंध रखनेवाली नव्या एक डिजाइनर से ड्रग्स की काली दुनिया में कैसे कूद पड़ी इसे लेकर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक, 30 साल की इंटीरियर डिजाइनर नव्या फैशन डिजाइनिंग का भी कोर्स कर रही थी. इस दौरान उसका कई फैशन शो और नाइट पार्टियों में आना-जाना होता था. बस यही से उसे ड्रग्स की लत लग गई. इसके बाद वह कई बड़े ड्रग्स पैडलर्स के संपर्क में आ गई. पैसे कमाने की ऐसी लत उसे लगी कि वह खुद भी इस काले धंधे में कूद पड़ी. इस काम में उसके ग्लैमरस लाइफस्टाइल ने उसकी खूब मदद की. वहीं उसके तार पाकिस्तान के साथ भी जुड़ रहे हैं. पुलिस मामले की जांच कर रही है. शुरुआत में वह तस्करी के लिए दिल्ली से ड्रग्स मंगवाती थी. इसके बाद वह पंजाब, हरियाणा और मुंबई के तस्करों के संपर्क में आई और यहां से ड्रग्स की सप्लाई लेने लगी.

👉राजनीतिक वार पलटवार

इस मामले में बीजेपी सांसद संतोष पांडेय,बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस पर निशाना लगाया है कि ढेबर परिवार के लोगों के साथ नाव्या के संबंध रहे है और कांग्रेस हमेशा गलत लोगों के साथ देती है।दूसरी तरफ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने पलटवार करते हुए कहा है कि पाकिस्तान की बॉर्डर से ड्रग देश में आ रही है फिर देश और राज्य की सरकार कर क्या रही है।