प्रचंड जीत के बाद बोले मोदी -बिहार ने गर्दा उड़ा दिया,अब कट्टा राज लौटने वाला नहीं …..

दिल्ली/पटना ।बिहार में एनडीए की ऐतिहासिक जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्साहपूर्ण संबोधन दिया और राज्य की जनता को इस प्रचंड जनादेश के लिए धन्यवाद दिया। अपने संबोधन की शुरुआत उन्होंने “जय छठी मईया” के उद्घोष के साथ की और कहा कि इस बार बिहार की जनता ने सचमुच “गर्दा उड़ा दिया है”।

पीएम ने कहा कि हम जनता के सेवक हैं और मेहनत से जनता का दिल जीतते रहते हैं। उन्होंने दावा किया कि इस जनादेश ने स्पष्ट कर दिया है- “फिर एक बार, एनडीए सरकार।”

👉कट्टा सरकार की वापसी नहीं होगी: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने चुनावी अभियान के दौरान उठाए गए मुद्दों को दोहराते हुए कहा कि जब वे जंगलराज और कट्टा सरकार की बात करते थे, तो आरजेडी कभी विरोध नहीं करती थी, लेकिन यह बात कांग्रेस को बहुत चुभती थी। उन्होंने जोर देकर कहा कि बिहार के लोगों ने विकसित बिहार के लिए मतदान किया है और अब कट्टा सरकार की वापसी संभव नहीं। पीएम के अनुसार, इस बार के रिकॉर्ड मतदान ने इस बदलाव को मजबूती से स्थापित किया है।

👉अब बिहार का ‘एमवाई’- महिला और यूथ

विपक्ष के एमवाई फॉर्मूले पर तंज कसते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बिहार का असली एमवाई फॉर्मूला “महिला और यूथ” है, जिसने विकास के पक्ष में वोट दिया। उन्होंने कहा कि बिहार की महिलाओं और युवाओं का समर्थन इस जीत का सबसे बड़ा आधार बना। पीएम ने बिहार के विकास में नीतीश कुमार के नेतृत्व की भी सराहना की।

👉डर-मुक्त वोटिंग- लोकतंत्र की बड़ी जीत

पीएम मोदी ने कहा कि आज सिर्फ एनडीए की नहीं, बल्कि लोकतंत्र की जीत हुई है। कभी नक्सल प्रभावित इलाकों में जहां तीन बजे मतदान समाप्त हो जाता था, वहां इस बार लोगों ने खुशी, उत्साह और उमंग के साथ मतदान किया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग पर जनता का विश्वास और मजबूत हुआ है, और भारी मतदान इसके प्रमाण हैं।

👉दो चरणों में एक भी री-पोलिंग नहीं- बदलाव की गवाही

प्रधानमंत्री ने बिहार में चुनाव व्यवस्था में आए बदलाव पर जोर देते हुए कहा कि कभी जंगलराज के दौर में मतदान केंद्रों पर हिंसा और मतपेटियों की लूट आम बात थी। 1995 में हजार से अधिक बूथों पर री-पोलिंग हुई थी, और 2005 से पहले भी सैकड़ों जगह मतदान दोहराना पड़ा था। लेकिन इस बार दो चरण के चुनाव में एक भी जगह री-पोलिंग की जरूरत नहीं पड़ी। पीएम मोदी ने कहा कि यह दिखाता है कि बिहार अब शांति, लोकतंत्र और विकास के नए युग में प्रवेश कर चुका है।