रायपुर। छत्तीसगढ़ में पटवारी से राजस्व निरीक्षक प्रमोशन भर्ती घोटाले के मामले में राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) एवं एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो सहायक सांख्यिकी अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई लंबे समय से चल रही जांच के बाद तब हुई जब आरोपियों की संलिप्तता के ठोस प्रमाण सामने आए। ब्यूरो द्वारा दर्ज अपराध क्रमांक 64/2025 में धारा 7(C) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित 2018) तथा धारा 420, 467, 468, 471, 120B भादवि के तहत अपराध दर्ज है। मामले में अधिकारियों, कर्मचारियों और अन्य संबंधित लोगों से लगातार पूछताछ की जा रही थी, जिसके बाद अंततः आज दो आरोपी अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
जांच में सामने आया कि इन दोनों अधिकारियों ने अपने निजी लाभ और वरिष्ठ अधिकारियों को अनुचित फायदा पहुंचाने की मंशा से परीक्षार्थियों से भारी रकम वसूल की। आरोप है कि उन्होंने पटवारी से राजस्व निरीक्षक प्रमोशन परीक्षा के लिए प्रश्नपत्र लीक किए और परीक्षा पूर्व अभ्यर्थियों को प्रश्नों की तैयारी भी करवाकर उन्हें
अनुचित लाभ दिलाया। EOW/ACB की टीम को इस मामले में महत्वपूर्ण डिजिटल और दस्तावेजी साक्ष्य मिले हैं, जिनसे आरोपियों की भूमिका स्पष्ट होती है। आरोपियों द्वारा पैसों के लेन-देन, प्रश्नपत्र तक पहुंच और अभ्यर्थियों से संपर्क के प्रमाण जांच एजेंसी के कब्जे में हैं। जांच अधिकारियों का कहना है कि यह संगठित स्तर पर चल रहा भ्रष्टाचार का बड़ा मामला है, जिसमें और भी नाम सामने आ सकते हैं।
दोनों आरोपियों को आज 20 नवंबर 2025 को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के समक्ष पेश किया गया, जहां से आगे की वैधानिक कार्रवाई शुरू की गई। सूत्रों के अनुसार, यह भर्ती घोटाला बहुत बड़े स्तर पर फैला हुआ है और इसमें कई अन्य अधिकारी-कर्मचारियों की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है। EOW/ACB अभी भी मामले से जुड़े दस्तावेजों, मोबाइल डेटा, कॉल रिकॉर्ड, वित्तीय लेन-देन और व्हाट्सऐप चैट की बारीकी से जांच कर रही है। यह गिरफ्तारी छत्तीसगढ़ प्रशासनिक सिस्टम में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। जांच एजेंसी ने संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में और भी बड़ी कार्रवाई संभव है।
