लड़कों को बचपन से संस्कार दें तभी महिला उत्पीड़न रोकने में होंगे सफल : सांसद ज्योत्सना महंत

अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के परिप्रेक्ष्य में महिलाओं की प्रतिभा निखारने हुआ जिला स्तरीय आयोजन

कोरबा । अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर स्कूल शिक्षा विभाग में कार्यरत महिलाओं के अंतर्निहित गुणों को निखारने के लिए पहली बार जिला शिक्षा अधिकारी सतीश पाण्डेय के कुशल नेतृत्व में विविध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिला स्तरीय प्रतियोगिता शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय साडा कोरबा में संपन्न हुई।

जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि कोरबा जिले के स्कूल शिक्षा विभाग में कार्यरत महिला कर्मियों में आत्मविश्वास जागृत करने एवं उनकी प्रतिभा को सामने लाने के लिए उनके लिए सांस्कृतिक, साहित्यिक एवं पाक कला की प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। कार्यक्रम में आकस्मिक रूप से विशेष आग्रह पर पधारी शिक्षा एवं शिक्षकों के प्रति संवेदनशील सांसद ज्योत्सना महंत ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि यदि हम लड़कों को बचपन से ही संस्कार दें तो महिलाओं का उत्पीड़न रोका जा सकता है। यदि महिलाओं को थोड़ी सी जगह दी जाए, उन्हें अवसर दिया जाए तो वह आसमान में उड़ने लगती हैं। महिलाएं समाज की रीढ़ की हड्डी हैं। समाज को सुधारने के लिए महिलाओं के सभी रूप चाहे वह मां हो बहन हो भाभी हो या कोई और रूप हो सभी का सम्मान करना आवश्यक है। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अक्षर शिक्षा अलंकरण की उपाध्यक्ष संध्या पांडे ने शिक्षा विभाग की इस पहल पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए महिलाओं को आगे आने हेतु प्रेरित किया। कार्यक्रम की संयोजक डॉ फरहाना अली ने बताया कि विभाग की महिलाओं के सर्वांगीण विकास हेतु यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है। प्रथम चरण में विकासखंड पर सभी प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। जिसमें सांस्कृतिक प्रतियोगिता में एकल गायन, समूह गायन, एकल नृत्य, समूह नृत्य, रंगोली एवं मेहंदी प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। साहित्यिक विधा में तात्कालिक भाषण, कविता लेखन, लेख लेखन प्रतियोगिताएं एवं पाक कला में सलाद सजाओ, गुलदस्ता सजाओ, आरती थाली सजाओ एवं छत्तीसगढ़ी व्यंजन की प्रतियोगिताएं संपन्न हुई। सभी स्पर्धाओं में महिलाओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया एवं अपनी प्रतिभा प्रदर्शित की। चयनित प्रतिभागियों ने जिला स्तर पर अपनी प्रस्तुति दी है। विजयी प्रतिभागियों को 8 मार्च के मुख्य कार्यक्रम में पुरस्कृत किया जाएगा । कार्यक्रम में उषा तिवारी जी, सपना चौहान जी, अर्चना उपाध्याय जी ने भी अपनी गरिमामय उपस्थिति दी। प्राचार्य जयश्री महुलीकर, इंदु अग्रवाल , अनीता ओहरी, मंजू तिवारी, वनिता दास, अनीता सिंह, ज्योत्सना बेन, सुशीला पटेल, गंगा कौशिक , रीता चौधरी निशा चंद्रा, तानिया रॉय घोष, खुशबू सोनी , प्रेमलता खांडे, सुनीता चंद्र के सहयोग से कार्यक्रम का सफल आयोजन हुआ। मंच संचालन मंजू मंजुला श्रीवास्तव व्याख्याता अरदा ने किया।

प्रतियोगिता का परिणाम

एकल गायन
प्रथम सुषमा सिंह, द्वितीय प्रतिमा केवट, तृतीय प्रतिभा म्हारे रहे।
समूह गायन
प्रथम आरती श्रीवास एवं साथी द्वितीय रेणुका लदेर एवं साथी
तृतीय प्रिया दुबे एवं साथी रहे।
एकल नृत्य
प्रथम पुष्पा शांडिल्य
द्वितीय रीता चौधरी
तृतीय नीलिमा साहू रहीं।
सामूहिक नृत्य
प्रथम लक्ष्मीन कंवर एवं साथी
द्वितीय शोभा यादव एवं साथी
तृतीय रशीदा बानो एवं साथी रहे।
तात्कालिक भाषण
प्रथम रशीदा बानो
द्वितीय निशा चंद्रा
तृतीय शशि कला रहीं ।
स्वरचित काव्य पाठ
प्रथम संतोषी महंत
द्वितीय रेणुका लदेर , आरती तिवारी
तृतीय प्रतिमा केवट रहीं।
लेख लेखन
प्रथम कुसुम मिश्रा अर्चना जाधव
द्वितीय शशि कला श्रीवास
तृतीय ज्योति उईके रहीं ।
चित्र देखकर कविता लेखन में
प्रथम गीता देवी हिमधर
द्वितीय संतोषी महंत अन्नपूर्णा राजपूत
तृतीय स्मृति मिश्रा रहीं।
पुष्पगुच्छ लगाओ
प्रथम ममता चौहान
द्वितीय अनीता खलखो
तृतीय नीलमणि हुजूर रहीं।
आरती थाली सजाओ
प्रथम किरण कश्यप
द्वितीय मुक्ता दुबे
तृतीय मंजूषा नायर रहीं।
रंगोली प्रतियोगिता
प्रथम नीलिमा साहू
द्वितीय प्रभा यादव
तृतीय संतोषी भोई रहीं ।
मेहंदी प्रतियोगिता
प्रथम रानू दिनकर
द्वितीय अर्चना किंडो
तृतीय कविता श्रीवास रहीं।
पाककला (छत्तीसगढ़ी व्यंजन)
प्रथम निकिता जेकब
द्वितीय -नूतन राठौर
तृतीय – आशा लता कौशिक रहीं।
सलाद सजाओ प्रतियोगिता
प्रथम शशि तिवारी
द्वितीय रीता सिंह
तृतीय मिथिलेश नायक रहीं।