कोरोनकाल में भी जमीनों की रजिस्ट्री की नहीं थमी रफ्तार

96 फीसदी स्टाम्प ड्यूटी शुल्क हासिल करने में सफल रहा जिला

5 हजार 379 दस्तावेज पंजीबद्ध कर 30 करोड़ का राजस्व किया अर्जित

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । कोरोना काल मे भी जमीनों की रजिस्ट्री फीकी नहीं रही । गत वित्तीय वर्ष में जिले ने शानदार 5 हजार 379 रजिस्ट्री कर 30 करोड़ 76 लाख का स्टाम्प ड्यूटी शुल्क अर्जित किया है ।इस तरह जिला पंजीयक , अपने उप पंजीयक कार्यालयों व कोषालयों के जरिए लगभग 96 फीसदी लक्ष्य हासिल करने में सफल रहा

यहाँ बताना होगा कि जिला पंजीयक कार्यालय को जमीनों की रजिस्ट्री के जरिए राजस्व प्राप्त होता है । प्रतिवर्ष दिए गए स्टाम्प ड्यूटी वार्षिक लक्ष्य की पूर्ति 4 उप पंजीयक कार्यालय ,कोषालयीन आय और ई स्टाम्प से होती है । गत वित्तीय वर्ष 2020-21 में जिले को 32 करोड़ 10 लाख रुपए के स्टाम्प ड्यूटी का लक्ष्य दिया गया था । जिसकी पूर्ति में जिले ने 5 हजार 379 दस्तावेजों का पंजीयन कर 30 करोड़ 76 लाख 34 हजार 455 रुपए का राजस्व अर्जित कर लिया है । इस तरह देखें तो कोरोना कॉल में भी विभाग 95.84 फीसदी लक्ष्य हासिल करने में सफल रहा । सबसे अधिक राजस्व कोरबा उपपंजीयक कार्यालय से प्राप्त हुआ है यहाँ 3159 दस्तावेजों का पंजीयन कर 20 करोड़ 1 लाख 41 हजार 260 रुपए का राजस्व प्राप्त किया गया है ।

फिर भी पक्षकारों को बैठने तक की सुविधा नहीं

हर साल औसतन 20 करोड़ का स्टाम्प ड्यूटी शुल्क अर्जित करने के बाद भी शासन उप पंजीयक कार्यालय कोरबा आने वाले पक्षकारों के बैठने के लिए एक अदद हॉल की भी सुविधा उपलब्ध नहीं करा पाई है । जिसकी वजह से पक्षकार अपनी रजिस्ट्री की बारी के लिए बाहर खड़े रहकर इंतजार करते हैं । प्रत्येक प्रकरणों में 10 पक्षकार होते हैं । एक दिन में औसतन 10 से 12 रजिस्ट्री होती है लिहाजा प्रति दिन 100 से सवा सौ लोगों की मौजूदगी रहती है । गर्मी के दिन होने की वजह से उन्हें न तो छांव नसीब हो रही है न ही पीने के लिए पानी । इस दिशा में जिला प्रशासन को गम्भीरता से सार्थक पहल करनी चाहिए।

वर्जन

लोगों ने दिखाया उत्साह

इस साल जिले में लोगों ने उत्साहपूर्वक पंजीयन कराया है । हम लगभग लक्ष्य हासिल करने में सफल रहे । कार्यालय में कोविड प्रोटोकॉल के अनुरूप ही पक्षकारों को प्रवेश की अनुमति दे रहे हैं ।

आशुतोष कौशिक

जिला पंजीयक