छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले अंतर्गत कटघोरा वन मंडल में आने वाले पसान, एवं केंदई रेंज में लगभग 3 दर्जन से अधिक हाथियों का दल विचरण कर रहा है,
जहां लगता है कि अब हाथियों का झुंड दोनों रेंज में अपना कब्जा जमा लिए हैं हाथी अब जंगल के बजाए घरों में घुसकर उत्पात मचा रहे हैं मामला पसान रेंज के तनेरा (जलके) सर्किल की है पिछले एक माह में हाथियों के आतंक से लगभग दो दर्जनों से अधिक ग्रामीणों के आशियाने को निशाना बनाकर आधी रात को खाने की तलाश में निकले दतैल हाथी सहित दर्जनों हाथियों ने घर में रखे दाल चावल मक्का एवं महुआ फल व बर्तनों को तहस-नहस कर कच्ची मकान को तोड़कर खूब नुकसान पहुंचाया है,
ऐसा ही एक घटना पिछले बीते रात्रि 7 अप्रैल 2021 की है जहां ग्राम पंचायत तनेरा में निवासरत अभेर सिंह पिता मुंशीराम जाति गौड़ उम्र 45 वर्ष गरीब आदिवासी परिवारों के मकान को एक लोनर हाथी ने क्षति पहुंचाया है,
वन विभाग मौके पर संसाधन के अभाव में विवश होकर अपनी जान को जोखिम में डालकर किसी तरह आधी रात को ही ग्रामीणों को रेस्क्यू कर उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया, तथा गांव में मुनादी भी कराई जा रही है,
और वन विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी हाथियों के आने की लोकेशन मिलते ही गांव की घनी आबादी क्षेत्रों में आग जलाकर एवं मसाल व्यवस्था कर ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए निरंतर डटे हुए हैं,
रही बात संसाधन की तो विभाग द्वारा हाथी प्रभावित क्षेत्रों में पूरे तैयारी के साथ पहुंचने के लिए एक कंडम हालत हो चुकी गजराज वाहन एवं एक पिक अप, मालवाहक वाहन मुहैया कराई गई है लेकिन वह भी चालक एवं मरम्मत के अभाव एवं विभिन्न संसाधन के बिना विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचने वहां क्योंकि उत्पाद को रोकने में असफल साबित हो रहे हैं जिसके फलस्वरूप अब ग्रामीण अपनी जान की सुरक्षा के लिए घनघोर जंगलों में आग लगाकर हाथियों के झूठ को आबादी क्षेत्रों में आने से रोक रहे हैं जिससे पर्यावरण के नुकसान तो हो ही रहा है अथवा जीव जंतु सहित छोटे छोटे पेड़ पौधे पूरी तरह नष्ट होकर राख हो जा रहे हैं!
