लोग बेपरवाह ,बाजारों से बढ़ रहा संक्रमण ,लॉकडाउन से ही रुकेगा बेकाबू कोरोना

कोरोना की दूसरी लहर का कहर ,पिछले एक सप्ताह में 1933 संक्रमित मरीज मिले ,स्थिति चिंताजनक

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा (भुवनेश्वर महतो ) । मिनी लॉकडाउन के बावजूद रोज रिकार्ड तोड़ रहे कोरोना की दूसरी लहर ने प्रशासन के उस दावे को फेल कर दिया है जिसके तहत जिले में कोरोना की स्थिति प्रशासन के नियंत्रण में होने का दावा किया जा रहा था। शुक्रवार को रिकार्ड 523 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं । मार्केट का सीमित समय तय करने के बाद भी बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग को तोड़ते हुए उमड़ रही अपार भींड भयावह कोरोना संक्रमण का प्रमुख केंद्र है । इसके बावजूद जिला प्रशासन लॉकडाउन से पीछे हट रही है । हालात यही रहे तो आने वाले दिनों में कोरोना की स्थिति को नियंत्रित कर पाना नामुमकिन होगा।

यहाँ बताना होगा कि मुख्यमंत्री ने बढ़ते कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा कर लॉकडाउन का अधिकार जिला कलेक्टरों को दे दिया है । लेकिन कुछ जिलों में राज्य शासन का यह फैसला अब जनता पर भारी पड़ रही है। औद्योगिक एवं आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण खतरे की घण्टी बजा रही है । कोरोना की दूसरी लहर कहर बरपा रही है । बीती रात यहाँ रिकार्ड 523 कोरोना संक्रमित मिले हैं । गांव से लेकर शहर कोरोना की भयावहता से कांप रहे हैं । इस बीच जिला प्रशासन ने 3 बार दुकानों ,व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के संचालन समयावधि में बदलाव कर कोरोना संक्रमण को रोकने की दिशा में सार्थक प्रयास किया है । दुकानों की संचालन समयावधि दोपहर 3 बजे तक तय कर दी गई है । बावजूद इसके यह मिनी लॉक डाउन कोरोना संक्रमण को रोकने में नाकाफी साबित हो रहा है । प्रतिदिन कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। पिछले एक सप्ताह के आंकड़ों को देखें तो जिले में तेजी से कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है । एक सप्ताह के भीतर 1933 संक्रमित मरीज पाए गए हैं। इस तरह वर्तमान संक्रमित 2321 मरीजों में से 83 फीसदी मरीज एक सप्ताह के दौरान के ही हैं। आंकड़े साफ बताते हैं कि कोरबा में स्थिति चिंताजनक हो रही है। दरअसल कोरोना संक्रमण का मुख्य केंद्र बिंदु बाजार ही है । प्रशासन के तमाम दिशा निर्देशों ,चालानी कार्यवाई के बावजूद दुकानदार ,व्यवसायिक प्रतिष्ठान संचालक कोरोना गाईड लाईन का पालन सुनिश्चित नहीं करा पा रहे हैं। लोगों के मुंह पर मास्क जरूर नजर आते हैं पर लोग सिर्फ चालानी कार्यवाई से बचने के लिए ही मास्क लगा रहे। न तो लोग सही तरीके से मास्क लगा रहे न ही सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन कर रहे हैं।स्थिति साफ है पूर्ण लॉकडाउन से ही कोरोना का बढ़ते संक्रमण को काबू किया जा सकता है।

जशपुर,कोरिया में हो गई घोषणा ,यहाँ किसका दबाव ?

बात करें अन्य निकटवर्ती जिलों की तो जशपुर और कोरिया जिले जहाँ कोरोना के सक्रिय केसों की संख्या 1300 से भी कम है वहाँ लॉक डाउन की घोषणा हो चुकी है । 1292 सक्रिय मरीजों वाले जशपुर जिले में 11 से 18 अप्रैल तक लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है। कोरिया में भी सक्रिय मरीजों की संख्या 636 है । जबकि 2311 सक्रिय कोरोना केस वाले कोरबा में अब तक इसकी दरकार है । लोग दबी जुबान कह रहे हैं कि व्यापारी वर्ग के दबाव की वजह से प्रशासन लॉकडाउन से पीछे हट रहा है । जबकि स्थिति बेकाबू होने से पहले लॉकडाउन जरूरी है ।

इस सप्ताह कोरोना के भयावह आंकड़े एक नजर में

दिनांक – संक्रमित मरीज

3 अप्रैल – 221
5 अप्रैल – 285
6 अप्रैल -294
7 अप्रैल -267
8 अप्रैल-343
9 अप्रैल -523

योग -1933

एक्सपर्ट व्यू

सावधानी से ही रुकेगा संक्रमण

लोग कोरोना से बचाव के आवश्यक उपाय जैसे सही तरीके से मास्क लगाना ,हाथों को सेनेटाइज करना ,सोशल डिस्टेंसिंग ,सुबह शाम भाप लेने को नजरअंदाज कर रहे हैं । मार्केट में भी खरीदारी के दौरान इसकी अनदेखी की जा रही है । लोग मास्क निकालकर जेब मे रख रहे या गले मे लटका रहे। जिसकी वजह से कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है । लोगों को ये उपाय नियमित तौर पर करने होंगे तभी कोरोना के संक्रमण की चैन को रोका जा सकेगा।

पी आर कुंभकार

पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कोरबा