कोलकाता: पश्चिम बंगाल में आज तीसरे चरण के तहत 44 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। इसके तहत दक्षिण बंगाल के हावड़ा (भाग दो), दक्षिण 24 परगना (भाग तीन), हुगली (भाग दो) और उत्तर बंगाल के अलीपुरद्वार तथा कूचबिहार में 1,15,81,022 मतदाता 373 उम्मीदवारों के भविष्य का फैसला करेंगे। मतदान सुबह सात बजे से शुरू होगा जो शाम साढ़े 6 बजे तक चलेगा। 15,940 मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
इन दिग्गजों की किस्मत दांव पर
आज होने वाले मतदान में हावड़ा की नौ, दक्षिण 24 परगना की 11, अलीपुरद्वार की पांच, कूचबिहार की नौ और हुगली की 10 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं।
जिन प्रमुख उम्मीदवारों की किस्मत इस चरण में दांव पर लगी है उनमें बंगाल रणजी के पूर्व कप्तान मनोज तिवारी (शिबपुर सीट, तृणमूल कांग्रेस) और राज्य के शिक्षा मंत्री और बेहला पश्चिम सीट से वर्तमान विधायक पार्थ चटर्जी, टॉलीगंज सीट पर भाजपा के केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो, बेहला पूर्व सीट पर भाजपा की उम्मीदवार पायल सरकार, दोमजुर सीट पर हाल ही में भाजपा का दामन थामने वाले पूर्व वन मंत्री राजीव बनर्जी शामिल हैं। इसके अलावा हुगली के चिन्सुराह सीट पर भाजपा सांसद और अभिनेत्री लॉकेट चटर्जी की किस्मत भी इस चरण में ईवीएम में लॉक होगी।
4TH Phase Voting Live:
- बेहला ईस्ट से भाजपा उम्मीदवार पायल सरकार ने कहा कि मेरे निर्वाचन क्षेत्र में 57% मतदाता महिलाएं हैं और मैं उन पर भरोसा कर रही हूं। मैं लोगों से मतदान केंद्रों पर आने और वोट डालने की अपील करता हूं। सुरक्षा बल तैनात हैं। मुझे लगता है कि आज सब कुछ बहुत शांति से हो जाएगा
तीन चरणों में हुई थी बंपर वोटिंग
आपको बता दें कि बंगाल में इससे पहले तीन चरणों में मतदान हो चुका है जबकि 8 चरणों में वोटिंग होनी है। पश्चिम बंगाल में तीसरे चरण में छह अप्रैल को 31 विधानसभा सीटों पर 84.61 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। राज्य में पहले और दूसरे चरण में क्रमश: 84.13 और 86.11 फीसदी मतदान हुआ था। राज्य में विधानसभा की 294 सीटों में से 91 पर चुनाव संपन्न हो गया है और आज 44 सीटों के लिए वोट डाले जा रहे हैं जिसके बाद चार और चरण शेष हैं। नतीजे दो मई को पांच राज्यों के साथ परिणाम के साथ ही घोषित होंगे।
चुनाव के लिए तीसरे चरण के मतदान से पहले कुछ जगहों पर छिटपुट हिंसा एवं उम्मीदवारों पर हमले हुए थे। वहीं चौथे चरण से पहले भी हिंसा का दौर जारी रहा और कई प्रमुख नेताओं को निशाना बनाया गया। प्रदेश की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने ‘मतदाताओं को प्रभावित’ करने के लिये केंद्रीय बलों का ‘जबरदस्त दुरूपयोग’ किये जाने का आरोप तक लगा दिया।