कोरोना वायरस का कहर सिर्फ और सिर्फ अब वैक्सीनेशन से ही कम हो सकता है। कोरनोा वायरस के पहले टीके को आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिले तकरीबन छह महीने बीत चुके हैं और भारत समेत कई देशों में टीकाकरण अभियान तेज गति से चल रहा है। वैक्सीन को लेकर एक विश्लेषण से यह बात सामने आई है कि जहां टीकाकरण बढ़ा है, वहां कोरोना वायरस ज्यादा जानलेवा साबित नहीं हुआ है। हालांकि, ब्रिटिश अखबार ‘द गार्डियन’ का हालिया विश्लेषण दिखाता है कि दुनिया के अधिकतर देशों में वैक्सीन के संतोषजनक नतीजे दिखना अभी बाकी है।
टीका आपूर्ति में कमी, सुरक्षा चिंताएं, लोगों की लापरवाही और सरकारी स्वीकृति मिलने की बोझिल प्रक्रिया इसकी मुख्य वजह है।
अखबार के मुताबिक,कोरोना के कहर पर काबू पाने के लिए ज्यादातर देश अब भी लॉकडाउन या पृथकवास से जुड़े उपाय लागू करने को मजबूर हैं। जबकि, 31 जनवरी 2021 के बाद के आंकड़े दर्शाते हैं कि जिन देशों में टीकाकरण की दर अधिक है, वहां कोविड-19 से मौतों के आंकड़े में उल्लेखनीय कमी आई है। हालांकि, चिली इस मामले में अपवाद है। वहां सार्स-कोव-2 वायरस के ब्राजीलियाई वैरियेंट की दस्तक और तेजी से प्रतिबंध हटाने के चलते बड़े पैमाने पर टीकाकरण के बावजूद कोविड से मौत की दर में गिरावट नहीं दर्ज की गई है।
जानें कैसे ये आंकड़े दे रहे गवाही
दरअसल, फिलहाल दुनियाभर में 90 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन लग चुकी है। ब्रिटेन के आंकड़ों पर गौर करें तो 31 जनवरी के बाद कोरोना वायरस की वजह से 95 फीसदी कम जानें जा रही हैं। इसकी मुख्य वजह है कि सभी प्राथमिक समूहों का टीकाकरण। जहां 76 देशों में हर सौ लोगों पर औसतन दस से भी कम खुराक दी गई, वहां जनवरी अंत के बाद से मौतें काफी बढ़ीं हैं। वहीं, जिन देशों में 100 लोगों पर कम से कम 50 खुराकें दी गईं, वहां मौतें घटी हैं।
जानें वैक्सीनेशन के बाद किन देशों में घटीं मौतें
जिब्राल्टर : 100%
-हर सौ लोगों पर कितनी खुराक लगाई गई : 196.59
-31 जनवरी 2021 के बाद औसत दैनिक मौतें : 0
इजरायल : करीब 95%
-हर सौ लोगों पर कितनी खुराक लगाई गई : 119.32
-31 जनवरी 2021 के बाद औसत दैनिक मौतें : 5
ब्रिटेन : करीब 95%
-हर सौ लोगों पर कितनी खुराक लगाई गई : 63.02
-31 जनवरी 2021 के बाद औसत दैनिक मौतें : 26
डेनमार्क : करीब 95%
-हर सौ लोगों पर कितनी खुराक लगाई गई : 26.9
-31 जनवरी 2021 के बाद औसत दैनिक मौतें : 2
मोनाको : करीब 90%
-हर सौ लोगों पर कितनी खुराक लगाई गई : 58.49
-31 जनवरी 2021 के बाद औसत दैनिक मौतें : 0
अमेरिका : करीब 80%
-हर सौ लोगों पर कितनी खुराक लगाई गई : 62.61
-31 जनवरी 2021 के बाद औसत दैनिक मौतें : 712
माल्टा : करीब 75%
-हर सौ लोगों पर कितनी खुराक लगाई गई : 62.2
-31 जनवरी 2021 के बाद औसत दैनिक मौतें : 1
संयुक्त अरब अमीरात : करीब 60%
-हर सौ लोगों पर कितनी खुराक लगाई गई : 97.37
-31 जनवरी 2021 के बाद औसत दैनिक मौतें : 3
सिशेल्स : करीब 50%
-हर सौ लोगों पर कितनी खुराक लगाई गई : 114.09
-31 जनवरी 2021 के बाद औसत दैनिक मौतें : 0
लिथुआनिया : करीब 60%
-हर सौ लोगों पर कितनी खुराक लगाई गई : 28.41
-31 जनवरी 2021 के बाद औसत दैनिक मौतें : 10
जानें किन देशों में मृत्यु दर में इजाफा
ओमान : करीब 830%
-हर सौ लोगों पर कितनी खुराक लगाई गई : 3.78
-31 जनवरी 2021 के बाद औसत दैनिक मौतें : 14
केन्या : करीब 640%
-हर सौ लोगों पर कितनी खुराक लगाई गई : 1.21
-31 जनवरी 2021 के बाद औसत दैनिक मौतें : 19
भारत : करीब 600%
-हर सौ लोगों पर कितनी खुराक लगाई गई : 8.97
-31 जनवरी 2021 के बाद औसत दैनिक मौतें : 1227
इथोपिया : करीब 490%
-हर सौ लोगों पर कितनी खुराक लगाई गई : 0.37
-31 जनवरी 2021 के बाद औसत दैनिक मौतें : 28
बांग्लादेश : करीब 390%
-हर सौ लोगों पर कितनी खुराक लगाई गई : 4.3
-31 जनवरी 2021 के बाद औसत दैनिक मौतें : 92
इराक : करीब 370%
-हर सौ लोगों पर कितनी खुराक लगाई गई : 0.49
-31 जनवरी 2021 के बाद औसत दैनिक मौतें : 38
पराग्वे : करीब 300%
-हर सौ लोगों पर कितनी खुराक लगाई गई : 1.23
-31 जनवरी 2021 के बाद औसत दैनिक मौतें : 69
ग्रीस : करीब 210%
-हर सौ लोगों पर कितनी खुराक लगाई गई : 23.91
-31 जनवरी 2021 के बाद औसत दैनिक मौतें : 82
बोस्निया एवं हर्जेगोविना : करीब 210%
-हर सौ लोगों पर कितनी खुराक लगाई गई : 0.46
-31 जनवरी 2021 के बाद औसत दैनिक मौतें : 70
ईरान : करीब 200%
-हर सौ लोगों पर कितनी खुराक लगाई गई : 0.55
-31 जनवरी 2021 के बाद औसत दैनिक मौतें : 320