नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर बेकाबू होती दिख रही है। तीन लाख से ज्यादा कोविड-19 के केस हर दिन सामने आ रहे हैं। भारत में विश्व का सबसे बड़ा कोरोना वैक्सीनेशन अभियान 16 जनवरी 2021 से जारी है। भारत में 22 अप्रैल 2021 तक 13,54,78,420 लोगों ने कोरोना वायरस की वैक्सीन लगवाई है। देश में 01 मई 2021 से 18 साल से अधिक आयु के लोगों को भी कोविड-19 टीका दिया जाएगा। भारत में वैक्सीनेशन अभियान के पहले फेज की शुरुआत 16 जनवरी 2021 से हुई, जिसमें स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका दिया गया। उसके बाद आम लोगों को वैक्सीन दी जा रही है।
एक अप्रैल भारत में अगले चरण के तहत 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को फ्री में वैक्सीन दी जा रही है।
अब तीसरे चरण में जो 01 मई से 2021 शुरू होने वाला है, उसमें 18 साल से अधिक वर्ष को लोगों को वैक्सीन दी जाएगी। तो आइए कोरोना वैक्सीन के बारे में जानें हर बात?
भारत के वैक्सीनेशन अभियान के तहत 01 मई से क्या बदलाव होने वाला है?
केंद्र सरकार ने कहा है कि 01 मई 2021 से 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को वैक्सीनेट किया जाएगा। ये वैक्सीनेशन अभियान का तीसरा चरण है। 1 मई से, राज्य सरकारें और निजी अस्पताल वैक्सीन निर्माता कंपनी से सीधे वैक्सीन की खरीद कर सकेंगे।
क्या कोरोना वैक्सीन सभी के लिए मुफ्त है?
केंद्र सरकार 45 साल से अधिक उम्र के लोगों, स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए सरकारी अस्पतालों में कोरोना वैक्सीन फ्री में लगा रही है। लेकिन इनमें से जो भी लोग प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीन के लिए जाएंगे उन्हे प्रति डोज 250 रुपये देने होंगे।
अब सवाल उठता है कि क्या 01 मई से 18 साल से अधिक आयु के लोगों को फ्री में वैक्सीन दी जाएगी या पैसे लगेंगे। तो बता दें कि इसका फैसला केंद्र सरकार ने राज्य सरकार के ऊपर छोड़ा है। अगर राज्य सरकार चाहे तो अपने प्रदेश के निवासियों के लिए फ्री में वैक्सीन देने का ऐलान कर सकती है। हालांकि 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को केंद्र सरकार द्वारा ही मुफ्त में वैक्सीन दिया जाएगा।
कई राज्यों ने घोषणा की है कि वे 1 मई, 2021 से 18 साल के पार सभी लोगों को फ्री में वैक्सीन देंगे। उत्तर प्रदेश, असम, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, केरल, सिक्किम, बिहार, झारखंड ने इस बात का ऐलान किया है कि सभी को राज्यों में मुफ्त में वैक्सीन लगाई जाएगी।
कोविशील्ड वैक्सीन की कीमत क्या है?
भारत में सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया कोविशील्ड को बना रही है। सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने कोविशील्ड की कीमत राज्यों के लिए प्रति डोज 400 रुपये और प्राइवेट अस्पतालों के लिए 600 रुपये तय की है। इसके अलावा कोवैक्सीन, जिसको भारत में हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक कंपनी ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के साथ मिलकर बनाया है, उसने अपने दानों की घोषणा नहीं की है। वहीं भारत में मंजूर की गई तीसरी वैक्सीन स्पुतनिक V जो रूस द्वारा विकसित की गई है, उसने भी अपनी कीमतों की घोषणा नहीं की है।
कोविशील्ड, कोवैक्सीन और स्पुतनिक V की तुलना?
भारत में तीन वैक्सीन को मंजूरी दी गई है, कोविशील्ड, कोवैक्सीन और स्पुतनिक V तीनों टीकों की आपस में कोई तुलना नहीं की जा सकती है और ना ही ये कहा जा सकता है कि कौन सी बेहतर है। इसलिए आप बेहतरी के हिसाब से किसी टीके को नहीं चुन सकते हैं। तीनों वैक्सीन भारत में ट्र्रायल किए गए हैं और तीनों वैक्सीन कोरोना संक्रमण पर प्रभावी हैं। तीनों वैक्सीन कोरोना से आपको सुरक्षित करेगा। वैक्सीन लेने के बाद अगर आपको कोविड-19 होता भी है तो ये मृत्यु को रोकने में सक्षम है।
-कोविशील्ड वैक्सीन, ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका का संस्करण है, जिसे भारत में सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया बना रहा है।
-कोवैक्सीन, भारत की देसी वैक्सीन है। कोवैक्सीन को हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक कंपनी ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के साथ मिलकर बनाया है।
-स्पुतनिक V को रूस द्वारा बनाई गई वैक्सीन है। भारत में सफल ट्रायल के बाद इसे हाल ही में मंजूरी दी गई है।
कोरोना वैक्सीन के लिए कैसे करें रजिस्ट्रेशन
– कोरोना वैक्सीन पाने के लिए आपको सरकार द्वारा बनाई गई वेबसाइट www.cowin.gov.in पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। केंद्र सरकार के कोविन ऐप पर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया मार्च 2021 से शुरू की गई थी। कोविन ऐप के अलावा आप आरोग्य सेतु ऐप पर भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
18 वर्ष से अधिक उम्र के लोग वैक्सीन के लिए कब से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं?
18 वर्ष से अधिक उम्र के लोग वैक्सीन के लिए 28 अप्रैल 2021 से कोविन ऐप (www.cowin.gov.in) या आरोग्य सेतु ऐप पर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
क्या कोविन ऐप पर मैं खुद रजिस्ट्रेशन कर सकता/सकती हूं?
हां, वैक्सीन लेने के लिए आप कभी भी www.cowin.gov.in या आरोग्य सेतु ऐप पर जाकर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। रजिस्ट्रेशन कराने के बाद आपको मैसेज भेजकर सूचित किया जाएगा। वैक्सीन आपको अपने इलाके में कहां और किस वक्त लेना है, इसका चुनाव आप कर सकते हैं।
रजिस्ट्रेशन के लिए क्या-क्या डॉक्यूमेंट की जरूरत है?
कोवन ऐप या आरोग्य सेतु ऐप पर वैक्सीन रजिस्ट्रेशन के लिए आपको एक फोटो पहचान पत्र सबमिट करना होगा। जिसमें आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, एनपीआर स्मार्ट कार्ड, पेंशन पासबुक इत्यादी सबमिट किया जा सकता है। वैक्सीन लगाने के बाद आपको ऐप के द्वारा एक वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट भी मिलेगा।
वैक्सीन कहां जाकर लेना होगा?
वैक्सीन सरकारी और निजी अस्पतालों दोनों जगहों पर दी जा रही है। इसके अलावा कई जिलों और राज्यों में वैक्सीन सेंटर बनाकर भी टीका लगाया जा रहा है। जब आप रजिस्ट्रेशन करेंगे तो आपको वहां ऐप पर जगह की जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा आप कोविड-19 हेल्पलाइन पर भी फोन करके जानकारी पा सकते हैं।
क्या वैक्सीन की दूसरी डोज के लिए दोबारा रजिस्ट्रेशन की जरूरत है?
नहीं, वैक्सीन के दूसरे डोज के लिए आपको दोबारा रजिस्ट्रेशन कराने की जरूरत नहीं है। जहां से आपने पहली वैक्सीन की डोज ली है, वहीं पर आपकी दूसरी वैक्सीन डोज के लिए भी दिन तय कर दिए जाएंगे। ऐप के द्वारा जारी वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट में आपको इस बात की जानकारी मिलेगी की आपको दूसरा वैक्सीन डोज कितने दिनों बाद लेनी है। हालांकि कोवैक्सीन की दूसरी डोज 29वें दिन और कोविशील्ड वैक्सीन की 45 दिन के बाद दूसरी डोज दी जा रही है। जिस वैक्सीन की आपने पहली डोज ली है, दूसरी भी उसी की लेनी होती है।
क्या कोई बिना रजिस्ट्रेशन के वैक्सीन ले सकता है?
नहीं, कोरोना वैक्सीन के लिए आपको रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य है। अगर आप ऐप से रजिस्ट्रेशन नहीं करवा सकते हैं तो पास के सरकारी अस्पताल या प्राइवेट अस्पताल (जहां वैक्सीन दी जा रही है) जाकर वैक्सीन ले सकते हैं। इसके लिए आपको फोटो पहचान पत्र को लेकर जाना होगा और वहां रजिस्ट्रेशन करना होगा। टीकाकरण से पहले साइट पर पंजीकरण अनिवार्य है।
कौन सी वैक्सीन लेनी है, इसका चुनाव कर सकता/सकती हूं?
नहीं, देश में फिलहाल ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। वैक्सीन को भारत के विभिन्न भागों में उपलब्धता के हिसाब से दिया जा रहा है। इसलिए वर्तमान में वैक्सीन की पसंद का विकल्प उपलब्ध नहीं है।
कोविशील्ड और कोवैक्सीन के दूसरे डोज लेने का वक्त क्या है?
कोविशील्ड वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद दूसरी डोज 4 से 8 हफ्ते यानी 28 से 45 दिनों के बाद लेनी होती है। कोवैक्सीन की दूसरी डोज 4 से 6 हफ्ते के बीच ली जा सकती है।
क्या वैक्सीन फार्मेसी / मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध है?
नहीं, फिलहाल वैक्सीन देश में आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण के अधीन हैं और इसलिए खुले बाजार में बेचे जाने की अनुमति नहीं है।
क्या मुझे केवल प्राइवेट अस्पतालों के लिए रजिस्ट्रेशन कराना है?
– वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन आपको हर हाल में कराना है, चाहे आप सरकारी अस्पताल में टीका लगवाएं या फिर प्राइवेट अस्पताल में।
-क्या कोरोना वैक्सीन लेना अनिवार्य है?
कोरोना वैक्सीन लेना फिलहाल स्वैच्छिक है। हालांकि, इस बीमारी से खुद को बचाने के लिए कोविड-19 वैक्सीन का पूरा शेड्यूल (डबल डोज) लेना बहुत जरूरी है। इसको लेने से कोरोना संक्रमित होने और डेथ की संभावना काफी कम हो जाती है।
वैक्सीन लेने के साइड इफेक्ट क्या हैं?
-भारत सरकार द्वारा दी जानकारी के मुताबिक वैक्सीन की डोज लेने के बाद मामूली बुखार,ठंड लगना, शरीर में दर्द, थकावट, सिर दर्द, आलस, नींद का आना, इंजेक्शन स्पॉट पर दर्द इत्यादी होते हैं। अगर वैक्सीन लेने के बाद आपमें ये लक्षण आते हैं तो पेरासिटामोल लें। 2-3 दिनों में ठीक हो जाएगा। खान-पान का विशेष ध्यान रखें। इसके अलावा अगर किसी भी तरह का बदलवा शरीर में दिखे तो फौरन डॉक्टर को दिखाएं।
क्या गर्भवती महिला या दूध पिलाने वाली मां वैक्सीन ले सकती है?
सरकार द्वारा गर्भवती महिला या बेबी फिड कराने वाली महिलाओं को वैक्सीन लगवाने की सलाह नहीं दी गई है।
क्या हृदय रोगी वैक्सीन ले सकते हैं?
हां, हृदय रोगी भी कोरोना वैक्सीन ले सकते हैं।
क्या बच्चों को दी जा सकती है कोरोना वैक्सीन
फिलहाल देश में बच्चों को वैक्सीन नहीं दी जा रही है। हालांकि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को 12 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों पर आपातकालीन इस्तेमाल के लिए दी जा सकती है। क्लीनिकल ट्रायल में 18 से कम उम्र के बच्चों को शामिल करने की अनुमति दी गई थी।
वैक्सीन लेने के बाद कॉमन साइड इफेक्ट
कोरोना वैक्सीन लेने के बाद कॉमन साइड इफेक्ट में बुखार, बदन दर्द, सिर दर्द, सीने में दर्द, पैर में सूजन या लगातार पेट में दर्द, स्कीन का ड्राई होना, इंजेक्शन की जगह से पर गोल धब्बे होते हैं। हालांकि दोनों टीके सुरक्षित और प्रभावी हैं। दुनिया भर में 20 मिलियन से अधिक खुराक भेजे गए हैं। जिसमें गंभीर दुष्प्रभावों के कुछ ही मामले सामने आए हैं।
क्या वैक्सीन लेने के बाद मास्क पहनने/ कोविड नियमों के पालन करने की आवश्यकता है?
हां, वैक्सीन लेने के बाद भी मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग सहित सभी कोविड-19 नियमों का पालन करना जरूरी है। वैक्सीन लगवाने वालों को भी मास्क लगाना, सैनिटाइजेशन करना, सोशल डिस्टेंसिंग करना, बिना जरूरत बाहर ना निकलने की सलाह दी जाती है।
वैक्सीन लेने के बाद कितने लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं?
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, लगभग 0.04% लोग कोवैक्सीन लेने के बाद संक्रमित हुए हैं। वहीं कोविशील्ड लेने के बाद 0.03% लोग ही कोरोना की चपेट में आए हैं। कोविशील्ड की डोज लेने वाले 10,03,02,745 लोगों में से 17, 145 लोग ही संक्रमित हुए हैं। वहीं कोवैक्सीन लगवाने वाले 93,56,436 लोगों में से 4,208 लोग ही कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं।
क्या वैक्सीन लगने के बाद भी मुझे कोरोना हो सकता है?
कोरोना वैक्सीन लगने के दोनों डोज के लगभग 2 हफ्ते में आपके शरीर में वायरस के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है। इसलिए, यह संभव है कि अगर किसी व्यक्ति ने अभी वैक्सीन ली है तो उसको कोरोना हो सकता है। हालांकि एक्सपर्ट बताते हैं कि वैक्सीन लेने वाले शख्स को अगर कोरोना होता भी है तो उसकी हालत गंभीर नहीं होती है। इस वैक्सीन की क्षमता ज्यादा दिनों तक इफेक्टिव नहीं होने की है।
क्या होगा अगर आपने वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं ली तो?
अगर आपने किसी भी वजह से वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं ली तो कोई बड़ी बात नहीं है। वैक्सीन लेने के लगभग 2 महीने तक ठीक है। उसके बाद व्यक्ति को इस बात की पुष्टि के लिए एंटीबॉडी परीक्षण कराना होता है कि क्या उसने कुछ प्रतिरक्षा हासिल की है या नहीं?
वैक्सीन कब तक आपके शरीर में इफेक्टिव रहेगा?
वैक्सीन कब तक आपके शरीर में इफेक्टिव रहेगा, फिलहाल सरकार ने इसपर कोई जानकारी नहीं दी है। इसलिए आपको मास्क, हैंडवाशिंग, फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करने की सलाह दी जाती है। हालांकि डॉक्टरों से बात कर कुछ मीडिया संस्थानों ने रिपोर्ट की थी कि ये वैक्सीन आपके शरीर में एक साल का प्रभावी रह सकती है।
क्या एक ही वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज लेनी है?
– हां, जिस वैक्सीन की आपने पहली डोज ली है, उसकी की दूसरी डोज भी लेनी है। ये वैक्सीन इंटरचेंजेबल नहीं है। कोविन ऐप यह सुनिश्चित करने में भी मदद करता है कि आपको एक ही वैक्सीन की दूसरी डोज भी मिले।
वैक्सीन लेने के बाद साइड इफेक्ट हो रहे हो तो क्या करें?
हालांकि भारत में दी जाने वाली वैक्सीन सुरक्षित हैं लेकिन किसी भी साइड इफेक्ट या शिकायत के मामले में, लाभार्थी को निकटतम स्वास्थ्य सुविधा पर जाकर दिखा सकते हैं या फिर मेडिकल केयर सेंटर को कॉल कर सकते हैं। वैक्सीन लेने के बाद कोविन ऐप द्वारा आपको कस्टमर केयर का नंबर मैसेज के द्वारा भेजा जाएगा।
क्या आपको कोरोना वैक्सीन लेने के बाद शराब या नशा का सेवन करना चाहिए?
विशेषज्ञों के अनुसार, वैक्सीन की प्रभावशीलता में शराब या नशा का सेवन करने से कोई इफेक्ट नहीं होने वाला है।
क्या आपको वैक्सीन के साइड इफेक्ट को लेकर चिंता करनी चाहिए?
वैक्सीन लेने के बाद बुखार, थकान, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द आम बात हैं। ये हल्के लक्षण हैं और केवल कुछ दिनों तक रहते हैं। तो आपको साइड इफेक्ट के बारे में चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। अगर गंभीर लक्षण दिखे तो डॉक्टर से संपर्क करें।
क्या वैक्सीन कोरोना के नए स्ट्रेन और डबल-ट्रिपल म्यूटेशन से हमें बचाता है?
शरीर में जैसे ही वैक्सीन लगाया जाता है ये बॉडी के साथ प्रतिक्रिया करता है। एक से अधिक प्रकार के एंटीबॉडी बनाकर वैक्सीन वायरस से लड़ता है। इसलिए ऐसी उम्मीद लगाई जा रही है कि वैक्सीन कोरोना के नए स्ट्रेन और म्यूटेशन से हमें सुरक्षित रखेगी। हालांकि आंकड़ों के आधार पर रिपोर्ट किए गए म्यूटेशन वैक्सीन को अप्रभावी भी बना सकते हैं। असल में कोरोना का नया स्ट्रेन और म्यूटेशन पहले से ज्यादा खतरनाक होता जा रहा है।
क्या वैक्सीन हर्ड इम्यूनिटी प्रदान करता है?
जब ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेट किया जाता है तो वैक्सीन अप्रत्यक्ष रूप से हर्ड इम्यूनिटी विकसित कर लेता है। हर्ड इम्यूनिटी का मतलब है, कोई ऐसा व्यक्ति जो संक्रमित है और उसके बाद उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता ने वायरस से मुकाबला करने में सक्षम एंटीबॉडीज तैयार कर लिया हो।