आम आदमी को जल्द मिलेगा राहत, कम होंगे प्याज के बढ़ते दाम

देशभर में बढ़ते प्याज के दामों से लोगों में हाहाकार मचा हुआ है। प्याज के बढ़ते दाम का सबसे ज्यादा मार गरीब परिवारों को झेलना पड़ रहा है। एक तरफ लॉकडाउन ने गरीब परिवारों को भूखमरी के कगार पर लाकर छोड़ दिया है तो वहीं दूसरी ओर प्याज के बढ़ते दामों से लोगों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है।

हालांकि इस बीच नैफेड देशभर के लोगों को एक बड़ी राहत देने जा रही है। नैफेड ने 15,000 टन लाल प्याज की आपूर्ति के लिए शनिवार को आयातकों से बोलियां मंगवाई है। इसकी आपूर्ति का टारगेट नवंबर 2020 तक का रखा गया है। बताया जा रहा है कि 15,000 टन लाल प्याज की आपूर्ति से बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के साथ-साथ घरेलू बाजार में प्याज की आपूर्ति में भी बढ़ावा मिलेगा।

निविदा में टारगेट किया गया प्याज का दाम

दरअसल, नैफेड ने नवंबर 2020 तक किसी भी देश से 40 से 60 मिलीमीटर आकार की लाल प्याज की आपूर्ति की निविदा यानी टेंडर निकाली है। निविदा में बताया गया कि इस आकार के प्याज का दाम 50 रुपये प्रति किलोग्राम तक होना चाहिए। वहीं, आयातक न्यूनतम 2,000 टन की आपूर्ति के लिए बोलियां लगा सकते हैं। जिससे आयातक को 500 टन के कई लॉट में उपलब्ध कराया जा सकता है।

आयातक 4 नवंबर तक लगा सकते हैं अपनी बोली

नैफेड के अतिरिक्त प्रबंध निदेशक एस. के. सिंह ने बताया कि हमने 15,000 टन आयातित लाल प्याज की आपूर्ति के लिए एक टेंडर निकाली है। जिसमें प्याज का आकार और कीमत सुनिश्चित किया गया है। इस टेंडर को भरने का समय-सीमा चार नवंबर तक रखा गया है।

फिर उसी दिन निविदा के तहत मिली बोलियों को खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि बोलियों का मूल्यांकन मात्रा, गुणवत्ता और तेजी से वितरण की तारीख के आधार पर किया जाएगा। बोलीदाताओं को ताजा, अच्छी तरह से सूखा और रोग-मुक्त प्याज प्रदान करना होगा। आयातकों को प्याज की आपूर्ति कांडला बंदरगाह और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह पर करनी होगी।