कोरोना के टीके के बुखार, मांसपेशियों में दर्द, कमजोरी जैसे 5 साइड इफेक्ट्स के लिए 5 घरेलू उपाय

कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। दूसरी लहर में संक्रमितों और मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। कोरोना के खिलाफ पूरी दुनिया में टीकाकरण जारी है। भारत में कोरोना के दो टीके कोवाक्सिन और कोविशील्ड लगाये जा रहे हैं।

कोरोना वायरस का टीका लगवाने के बाद कुछ लोगों को हल्के या मध्यम दुष्प्रभावों का सामना करना पड़ रहा है। आमतौर पर लोगों को हल्का बुखार, मतली, ठंड लगना, अस्वस्थता, शरीर में दर्द, और ज्यादातर मामलों में इंजेक्शन साइट पर दर्द और जकड़न जैसे लक्षणों का सामना करना पड़ रहा है।

दुष्प्रभाव सामान्य हैं और 48 घंटे तक रह सकते हैं। हालांकि इनसे आपको परेशानी हो सकती है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि कुछ दवाओं से इन्हें ठीक किया जा सकता है। लेकिन इनके लिए जरूरी नहीं है कि आप दवाओं का ही सेवन करें। आप कुछ उपायों के जरिये इनसे राहत पा सकते हैं।

बुखार से राहत के लिए कोल्ड कंप्रेस
टीका लगवाने के बाद हल्का बुखार हो सकता है। यह शॉट के बाद कुछ घंटों तक रहता है। इससे राहत पाने के लिए आप कोल्ड कंप्रेस का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह तापमान को राहत देगा और बुखार को अच्छी तरह इलाज करेगा। से प्रबंधित करेगा। आप हल्के ठंडे पानी से स्नान भी कर सकते हैं।

हाइड्रेट रहें और अच्छी तरह से खाएं
सूजन भी टीके का एक लक्षण है। इससे आपका शरीर थकान और सूखा महसूस कर सकता है। इसके लिए आप टीकाकरण से पहले और बाद में तनाव और खराब नींद से बचें। अच्छी तरह से भोजन करें और तरल पदार्थों का का खूब सेवन करें।

हाथ में मूवमेंट रखें
टीके से हाथ में कठोरता आ सकती है और आपको हाथ को हिलाने में मुश्किल हो सकती है। इससे बचने के लिए हाथ में स्ट्रेच करें और घुमाते रहें। इसके लिए आप आइस पैक भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

गर्म पानी के स्नान
यदि आपको मांसपेशियों में दर्द, कमजोरी और शरीर में दर्द है तो आपको गर्म पानी से नहाने से मदद मिल सकती है। गर्म पानी सूजन को शांत कर सकता है और दर्द से राहत देता है। आप पानी में एप्सम साल्ट डाल सकते हैं।

मतली से निपटने के लिए मसाले
महिलाओं को बुखार के साथ-साथ मतली हो सकती है। मतली को कुछ प्राकृतिक मसालों से नियंत्रित किया जा सकता है। इसके लिए अदरक, पुदीना, नींबू पानी ले सकते हैं। इसके लिए बहुत अधिक मसालेदार भोजन से बचें, यह मतली, पेट की ऐंठन को बदतर बना सकता है।