वेस्टइंडीज पहली बार बना वर्ल्ड कप चैंपियन, लॉर्ड्स में 17 रन से फाइनल हार गया ऑस्ट्रेलिया

नई दिल्ली. क्रिकेट इतिहास में 21 जून का दिन बेहद खास है. इसी दिन वर्ल्ड कप का पहला फाइनल खेला गया था. ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे वर्ल्ड कप का खिताबी मुकाबला खेला गया जिसमें दिग्गज क्लाइव लॉयड की कप्तानी वाली टीम ने बाजी मारी. लॉयड उस मुकाबले में मैन ऑफ द मैच भी रहे थे. तब वनडे मुकाबला 50 नहीं बल्कि 60 ओवर का होता था.

ऑस्ट्रेलिया के कप्तान इयान चैपल ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी का फैसला किया. वेस्टइंडीज टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 60 ओवर में 8 विकेट पर 291 रन बनाए. ऑस्ट्रेलियाई टीम 58.4 ओवर में 274 रन पर ऑलआउट हो गई और 17 रन के करीबी अंतर से विंडीज टीम को जीत मिली.

वेस्टइंडीज के लिए कप्तान लॉयड ने 85 गेंदों पर 12 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 102 रन बनाए.

रोहन कनहाई ने भी 55 रन का योगदान दिया. टीम की शुरुआत काफी खराब रही और उसके 3 विकेट 50 रन तक गिर गए. इसके बाद लॉयड और रोहन ने चौथे विकेट के लिए 149 रन की अहम साझेदारी की. ऑस्ट्रेलिया के गैरी गिलमोर ने 48 रन देकर 5 विकेट झटके.

292 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया का पहला विकेट 25 रन के टीम स्कोर पर गिर गया लेकिन कप्तान इयान चैपल और एलन टर्नर ने दूसरे विकेट के लिए 56 रन जोड़े. चैपल चौथे विकेट के तौर पर टीम के 162 के स्कोर पर रन आउट हुए. उन्होंने 93 गेंदों पर 6 चौकों की मदद से 62 रन बनाए. इसके बाद नियमित अंतराल पर ऑस्ट्रेलिया के विकेट गिरते रहे और पारी 274 रन पर सिमट गई. कीथ बॉयस ने 12 ओवर में 50 रन देकर 4 विकेट झटके. विंडीज टीम चार साल बाद 1979 का वर्ल्ड कप भी जीता था.