मजदूरों की मजदूरी में कंपनी ने लगाई सेंध , एसईसीएल कुसमुंडा खदान का आधा दर्जन गांव के ग्रामीणों ने रोका काम ,मचा हड़कंप

कोरबा। एसईसीएल की कुसमुंडा कोल परियोजना में एक बार फिर से विरोध की आग भड़क गई है। करीब आधा दर्जन गांव के ग्रामीणों ने छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के समर्थन से खदान के भीतर घुसकर एनआईएसपीएल का काम बंद करा दिया है।

ग्रामीणों का आरोप है,कि कंपनी मजदूरों को कम दर पर वेतन का भुगतान कर रही है। इतना ही नहीं भू-विस्थापितों की नौकरी का मामला अभी भी अटका हुआ है। इन्हीं मांगो को लेकर खदान के भीतर प्रदर्शन किया जा रहा है। जिससे वहां वाहनों की लंबी कतार लग गई है। प्रदर्शन से विभागीय अधिकारियों के हाथपांव फूल गए हैं और मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाईश देने में जुटे हैं।उल्लेखनीय है कि एसईसीएल प्रबंधन और भुविस्थापितों ,श्रमिकों के बीच टकराव की स्थिति जिले में खत्म होने का नाम नहीं ले रही।प्रबंधन सहित प्रबंधन का काम करने वाले कंपनियों के शोषण से भोले भाले स्थानीय मजदूर व्यथित हैं। समय समय पर यह आक्रोश में बदलकर आंदोलन का रूप ले लेती है। इसके बाद प्रबंधन प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में आश्वासन का झुनझुना थमा देती है।