सरगबुंदिया रेलवे स्टेशन में फिर शुरू हुआ कोल साईडिंग,प्रदूषण से क्षेत्रवासियों की जान सांसत में ,यात्री गाड़ी पकड़ने मालगाड़ी के नीचे से गुजरकर प्लेटफार्म पहुंच रहे यात्री ,बढ़ रहा जनाक्रोश

5 वर्ष पूर्व विरोध के बाद बंद हो गई थी कोल साईडिंग ,मनमानी पर उतरा रेलवे प्रशासन

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा(भुवनेश्वर महतो ) । कोरबा रेलखंड के अंतर्गत आने वाले सरगबुंदिया रेलवे स्टेशन में करीब एक दशक बाद एक बार फिर कोल साईडिंग शुरू हो गई है। जिसकी वजह से न केवल क्षेत्रवासियों को प्रदूषण की समस्या से दो चार होना पड़ रहा है वरन करोड़ों रुपए की लागत से तैयार एफओबी सफेद हाथी साबित हो रहा है। लोगों को यात्री गाड़ी पकड़ने जान जोखिम में डालकर साइडिंग में खड़ी मालगाड़ी के नीचे से होकर गुजरना पड़ रहा है। जनप्रतिनिधियों की निष्क्रियता की वजह से लोगों को नारकीय जिंदगी जीना पड़ रहा है।

यहाँ बताना होगा कि कोरबा रेलखंड के अंतर्गत आने वाले सरगबुंदिया रेलवे स्टेशन में करीब डेढ़ दशक पूर्व कोल साईडिंग शुरू की गई थी। करीब 5 साल तक साईडिंग संचालित रही। इस दौरान लोगों को नारकीय जिंदगी जीना पड़ रहा था। साईडिंग से उड़ने वाला कोल डस्ट साईडिंग से लगे गांव सलिहाभांठा,बरपाली ,पकरिया डोंगरीभांठा ,बंधवाभांठा प्रयत्क्ष रूप से प्रभावित थे। साथ ही अन्य गांव भी अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित थे। तत्कालीन जनपद अध्यक्ष ,जनपद सदस्य ,सरपंचों एवं ग्रामीणों के पुरजोर विरोध के बाद कोल साईडिंग को हटाने में कामयाबी मिली थी। तब ग्रामीणों ने राहत की सांस ली थी। लेकिन एक बार फिर रेलवे प्रशासन ने जनहित से परे जाकर रेलवे स्टेशन में अस्थाई कोल साईडिंग शुरू कर दी है। जिसको लेकर क्षेत्रवासियों में आक्रोश व्याप्त है। बताया जा रहा है कि कोल साईडिंग शुरू करने जहाँ एक ओर विरोध के स्वर फूट रहे हैं तो दूसरी ओर कुछ धड़ा निजी स्वार्थ की वजह से इसकी वकालत कर रहे हैं।

जान जोखिम में डालकर पकड़ रहे यात्री गाड़ी

कोल साईडिंग खुलने की वजह से यात्रियों को जान जोखिम में डालकर कोल साईडिंग में खड़ी मालगाड़ी के नीचे से होकर प्लेटफार्म नम्बर 2 में यात्रीगाड़ी पकड़ने जाना पड़ रहा है। दरअसल यहाँ करोड़ों की लागत से यात्रियों की सुरक्षा व सुविधा के लिए बनाया गया एफओबी प्लेटफार्म नम्बर 2 तक ही है। कोल साईडिंग की रेक प्लेटफार्म नम्बर 2 के बाहर हैं। यही वजह है कि नवनिर्मित एफओबी सफेद हाथी साबित हो रहा है।

उपजाऊ भूमि हो जाएगी बंजर

कोल साईडिंग खुलने से क्षेत्र की उपजाऊ भूमि बंजर हो जाएगी। पूर्व में प्रभावित ग्रामों की खेतिहर भूमि कोल साईडिंग की भेंट चढ़ गई थी । क्षेत्र के किसानों को एक बार फिर उपजाऊ भूमि के बंजर होने का डर सता रहा है। किसानों की मानें जल्द ही कोल साईडिंग बन्द नहीं हुई तो वो कलेक्टोरेट कूच कर न्याय की गुहार लगाएंगे ।