आरोपी नैत्यराज तिवारी।
इंदौर/ इंदौर में नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के इंजीनियर का बेटा घर में काम करने वाली एक नाबालिग से एक साल से दुष्कर्म कर रहा था। 15 साल की नाबालिग से घर में बंधुआ मजदूर के रूप में काम लिया जा रहा था। नाबालिग सात महीने की प्रेग्नेंट हो गई तो इंजीनियर के परिवार ने उसकी मौसी से कहा, 600 रुपए ले लो और बच्ची को गोली खिला देना, अबॉर्शन हो जाएगा। इसके बाद नाबालिग की मौसी और परिवार में विवाद हुआ। फिर नाबालिग को मुंबई में अबॉर्शन के लिए भेजा गया। जानकारी के बाद इंदौर चाइल्ड लाइन ने मुंबई चाइल्ड लाइन से संपर्क किया गया। वहां की टीम दोनों को टीम के साथ इंदौर भेजा। जिला कोर्ट में बयान दर्ज कर आरोपी को शनिवार रात गिरफ्तार कर लिया गया। मामला राऊ थाना क्षेत्र के रॉयल कृष्णा टॉउनशिप का है। बिलासपुर NHAI में तैनात इंजीनियर शैलेन्द्र तिवारी का परिवार एक नाबालिग को घर में रखा हुआ था। नाबालिग के रिश्तेदारों में केवल उसकी एक मौसी है, जबकि माता-पिता बचपन में ही उसे छोड़कर चले गए थे। दोनों ने अलग-अलग शादियां कर ली थीं। इधर, इंजीनियर परिवार का बेटा 22 साल के नैत्यराज तिवारी ने हाल ही में 12वीं पास की है। वह सालभर से किशोरी के साथ रेप कर रहा था। जब वह प्रेग्नेंट हुई तो उसकी मौसी को इसका पता चला। इस पर जमकर विवाद हुआ।
शनिवार जिला कोर्ट में किशोरी के धारा 164 में बयान हुए। अहम यह कि किशोरी का अबॉर्शन किया जा सकता है या नहीं, दूसरा यह कि इसके लिए डॉक्टरों के ओपिनियन के साथ कोर्ट से अनुमति लेनी होगी। अभी उसे एक शेल्टर हॉउस में रखा गया है।
मौसी के पास छोड़कर अलग हो गए थे माता-पिता चाइल्ड लाइन कोऑर्डिनेटर राहुल गोठाने के अनुसार, बालिका के माता-पिता महाराष्ट्र के रहने वाले थे। बच्ची जब 3 साल की थी तो वह उसे मौसी के पास छोड़कर महाराष्ट्र चले गए थे। दोनों का पारिवारिक विवाद था, इस कारण दोनों अलग हो गए थे। मौसी ही बच्ची का पालन पोषण कर रही है। पीड़िता की मौसी राऊ थाने के रॉयल कृष्णा बंगलो 331 शोभा तिवारी पति शैलेन्द्र तिवारी के यहां कई साल से बर्तन और झाड़ू करने का काम कर रही थी। पीड़िता भी उसके साथ कभी-कभी आती थी। 2 साल पहले शोभा तिवारी ने बच्ची को देखकर मौसी से कहा कि बच्ची को तुम घर पर ही छोड़ जाए करो। इसे हम पढ़ा-लिखा देंगे और वह घर का काम भी कर देगी। हम तुम्हें कुछ रुपए भी दे देंगे। मौसी ने शैलेंद्र तिवारी के घर पर ही बच्ची को छोड़ दिया।
600 रुपए लो बच्ची को अबॉर्शन करवा लो चाइल्ड लाइन कोऑर्डिनेटर राहुल गोठाने के अनुसार, पीड़िता की मौसी का बेटा खत्म हो गया था, जिस कारण से वह किशोरी से मिलने नहीं जा पा रही थी। अगस्त में जब मौसी किशोरी से मिलने पहुंची तो उसकी हालत देखकर वह तिवारी परिवार पर बिफर गई। इस दौरान तिवारी परिवार ने 600 देकर कहा कि किशोरी को गोली खिला देना, उसका अबॉर्शन हो जाएगा। परिवार ने पीड़िता को डराया धमकाया। मौसी कुछ दिनों पहले द्वारकापुरी थाने भी पहुंची थी, लेकिन तिवारी परिवार के दबाव में वह FIR दर्ज नहीं करा पाई। तिवारी परिवार के कहने पर वह नाबालिग को अबॉर्शन कराने मुंबई चली गई। थाने में मौजूद किसी ने इस घटना की चाइल्ड लाइन को शिकायत की। तब जाकर मामला सामने आया।