Big News – दुर्ग में कोरोना के नए स्ट्रेन का खतरा!:मुंबई से लौटे 6 और 12 साल के दो बच्चे पॉजिटिव, जांच के लिए सैंपल रायपुर भेजा गया; परिवार को किया गया क्वारैंटाइन

दुर्ग जिले में कोरोना के मरीजों की संख्या एक बार फिर से बढ़ने लगी है। एक सप्ताह में यहां 11 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।

महाराष्ट्र से 7 अक्टूबर को सड़क मार्ग से दुर्ग पहुंचे एक परिवार दो बच्चों की कोविड टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। 6 और 12 साल के दोनों बच्चों का उपचार चल रहा है। मॉडल टाउन में रहने वाले परिवार के दोनों बच्चे मुंबई से आए हैं, इसलिए उनके कोरोना में नए स्ट्रेन होने का संदेह जताया जा रहा है। इसके अलावा इसी दिन जिले में तीन अन्य भी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग काफी गंभीर है। CMHO का कहना है कि दोनों बच्चों का सैंपल नए स्ट्रेन की जांच के लिए रायपुर भेजा जाएगा।​

​​​​​​CMHO डॉ. गंभीर सिंह ने बताया कि नए स्ट्रेन को लेकर पूरा स्वास्थ्य महकमा अलर्ट है। जो बच्चे मुंबई से आए हैं उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव है, लेकिन वह सामान्य हैं। उनका उपचार किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दोनों बच्चों का अलग से सैंपल लेकर उसे टेस्ट के लिए भेजा है। अगर टेस्ट में नए स्ट्रेन के लक्षण आए तो आगे के एहतियात बरती जाएगी। परिवार के सदस्यों को क्वारैंटाइन रहने के लिए कहा गया है।

जिले में अब तक 14 लाख से अधिक का वैक्सीनेशन
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. सीबीएस सिंह के मुताबिक जिले में अधिक से अधिक लोगों को कोरोना की टीका लग जाए, इसके लिए वैक्सीनेशन सेंटर बढ़ाए जा रहे हैं। दुर्ग जिले में अब तक 14 लाख 15 हजार 984 लोगों का कोविड वैक्सीनेशन किया जा चुका है। सात अक्टूबर को एक ही दिन में जिले में 7984 लोगों को कोरोना की टीका लगाया गया। लोगों को कोरोना टीके की दोनों डोज लग जाएं इसके लिए कोवीशील्ड और कोवैक्सीन के टीके अलग-अलग सेंटर में लगाए जा रहे हैं।

एक सप्ताह में मिले 11 कोरोना पॉजिटिव
दुर्ग जिले में कोरोना के मरीजों की संख्या एक बार फिर से बढ़ने लगी है। एक सप्ताह में यहां 11 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। पिछले दो दिनों में मरीजों की संख्या में तेजी देखने को मिली है। इस बारे में स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि पिछले दो तीन दिन में कोविड टेस्ट अधिक संख्या में हुए हैं, इसलिए मरीजों की संख्या बढ़ी है। यदि ऐसा है तो जिला प्रशासन को और सतर्क रहने की जरूरत है और टेस्ट को तेज करना चाहिए, जिससे भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में कोरोना संक्रमितों को ट्रैस किया जा सके।