कृषि मजदूर विरोधी कानून को वापस लेने रेल रोकने पहुँचे किसान संगठन गलत ट्रेक पर बैठ प्रदर्शन करते रह गए ,निकल गई मालगाड़ी

कुचेना -गेवरा मार्ग में आधा घण्टा किया प्रदर्शन,तहसीलदार की समझाईश पर प्रदर्शन किया समाप्त, कोयला संकट के बीच रेल रोको आंदोलन से सतर्क था प्रशासन

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। किसान एवं मजदूर विरोधी कानून को वापस लेने सहित किसान विरोधी यूपी सरकार के मंत्री के इस्तीफा की मांग को लेके ऑल इंडिया किसान सभा (एआईकेएस) एवं छतीसगढ़ किसान सभा (सीजीकेएस) ने कुचेना – गेवरा रेल लाईन में आधा घण्टा बैठकर प्रदर्शन किया। हालांकि गलत ट्रेक पर बैठने की वजह से प्रदर्शनकारी मालगाड़ी का परिवहन बाधित नहीं कर सके। प्रशासन की समझाईश पर आखिरकार गलत ट्रेक पर बैठे प्रदर्शनकारियों ने हड़ताल समाप्त किया।

यहां बताना होगा कि ऑल इंडिया किसान सभा (एआईकेएस) एवं छतीसगढ़ किसान सभा (सीजीकेएस) ने किसान विरोधी कृषि कानून को वापस लेने ,मजदूर विरोधी लेबर कोड को वापस लेने एवं लखीमपुर खिरी घटना के आरोपी के पिता किसान विरोधी यूपी सरकार के मंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर 18 अक्टूबर को रेल रोको आंदोलन की चेतावनी दी थी। जिसके परिप्रेक्ष्य में सोमवार को दोनों कृषि संगठनों ने संयुक्त रूप से कुचेना -गेवरा रेल लाईन में बैठकर प्रदर्शन किया। हालांकि प्रदर्शन के दौरान संगठन के पदाधिकारियों सहित कार्यकर्ताओं को इसका तनिक भी भान नहीं रहा कि वो गलत ट्रेक पर बैठे हैं। उनके प्रदर्शन के दौरान ही दूसरे ट्रेक से कोयला लदी मालगाड़ी निकल गई। जिससे रेलवे को नुकसान नहीं उठाना पड़ा। हालांकि प्रदर्शनकारी पुनः सही ट्रेक पर बैठकर प्रदर्शन करते इसके पूर्व नायब तहसीलदार दीपका वीरेन्द्र श्रीवास्तव ने संगठन के पदाधिकारियों को समझाईश देकर पुलिस बल की मौजूदगी में हड़ताल समाप्त करवा लिया। देश में मचे कोयला संकट के बीच रेल रोको आंदोलन की चेतावनी से सुबह से ही प्रदर्शन स्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात था।

वर्जन

गलत ट्रेक पर बैठ गए थे प्रदर्शनकारी,हड़ताल हो गया है समाप्त

प्रदर्शनकारियों ने अपने विभिन्न मांगों को लेकर आज कुचेना -गेवरा रेल मार्ग में प्रदर्शन किया। गलत ट्रेक में बैठने की वजह से मालगाड़ी का परिचालन प्रभावित नहीं हुआ। प्रदर्शनकारियों को नायब तहसीलदार के माध्यम से समझाईश देकर हड़ताल समाप्त करा लिया गया है।

नंद जी पांडेय ,एसडीएम कटघोरा