कोरबा। जनपद पंचायत कोरबा की सोमवार को आयोजित बैठक एक बार फिर जनपद विकास निधि के आबंटन को लेकर हंगामे की भेंट चढ़ गई। जहां जनपद उपाध्यक्ष सहित सदस्य जनपद विकास की निधि को सदस्यों को बराबर आबंटित करने की बात पर नाराजगी जाहिर करती रहीं वहीं अध्यक्ष हरेश कंवर जनपद विकास निधि की राशि किसी को नहीं देने की बात पर अड़ी रहीं । बहरहाल इस पूरे हंगामे को लेकर पूर्व गृहमंत्री रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने सीईओ व जनपद अध्यक्ष के कार्यव्यवहार को अनुचित बताते हुए उच्च स्तर पर शिकायत किए जाने की बात कही है।
सोमवार को जनपद पंचायत कोरबा की सामान्य सभा की बैठक संपन्न हुई । जिसमें सभी एजेंडे तो पास कर दिए गए लेकिन जनपद विकास निधि के आबंटन पर रार मच गई। जनपद सूत्रों के मुताबिक उपाध्यक्ष कौशल्या देवी वैष्णव का कहना था कि सभी सदस्यों को बराबर-बराबर हिस्सा दिया जाना चाहिए लेकिन जनपद अध्यक्ष हरेश कंवर का कहना था कि जनपद विकास निधि की राशि मैं किसी सदस्य को नहीं दूंगी। इस तरह से जनपद अध्यक्ष के द्वारा अकेले जनपद विकास निधि का पैसा खर्च करने की बात पर जनपद सदस्यों ने आपत्ति जताई।बैठक सीईओ के क्लेक्टर मीटिंग में शामिल होने की वजह से दोपहर 2 बजे बाद शुरू हुई। लिहाजा 11 बजे से बैठक में शामिल होने पहुंचे पूर्व गृहमंत्री व रामपुर विधायक ननकीराम कंवर जा चुके थे। जैसे ही उन्हें सामान्य सभा की बैठक आयोजित किए जाने एवं जनपद विकास निधि पर मचे रार की जानकारी मिली वे भी बेहद खफा हुए। हसदेव एक्सप्रेस से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि जनपद अध्यक्ष व सीईओ कानून के विपरीत कार्य कर रहे हैं। जनपद विकास निधि का पैसा सीईओ या अध्यक्ष के घर का पैसा नहीं है उस पर सभी का अधिकार है । जिस तरह अध्यक्ष जनपद विकास निधि की राशि सदस्यों के बीच समानुपातिक रूप आबंटित नहीं होने देना चाहतीं उससे यह स्पष्ट है कि वे कानून के दायरे में रहकर कार्य नहीं करना चाहतीं। यह अनुचित है आने वाले समय में दोनों को इसका जवाब देना होगा। वैसे भी पूर्व नियम विरुद्ध तरीके से सीईओ ने मनचाहे सदस्यों को जनपद विकास निधि का पैसा आबंटित कर दिया था। यह मनमानी अब नहीं चलेगी।