हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। सृष्टि मेडिकल इंस्टिट्यूट कोरबा का मामला फिर से परवान चढ़ गया है। पूर्व गृह मंत्री रामपुर विधायक ननकीराम कंवर इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री निवास के समक्ष भूख हड़ताल पर आज बैठने वाले थे। श्री कंवर के इस चेतावनी से शासन प्रशासन में हड़कंप मच गया ।आईजी एवं प्रशासनिक अधिकारियों हस्तक्षेप पर बिलासपुर सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र पांडे के विरुद्ध कोरबा के रामपुर थाना में 420 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है । इसी के साथ ही पूर्व गृहमंत्री श्री कंवर ने मुख्यमंत्री निवास के सामने धरना प्रदर्शन के फैसले को वापस ले लिया है।
यहाँ बताना होगा कि पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने सन 2010 से जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में हुए अनियमितता घोटाले की शिकायत दर्ज कराई थी । प्रकरण ईओडब्ल्यू तक में दर्ज कर एफआईआर दर्ज कराया गया था। बावजूद दोषियों की गिरफ्तारी नहीं हुई थी। इसी बीच उनके पुत्र संदीप कंवर ने सृष्टि मेडिकल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में सदस्य बनाने के नाम पर 20 लाख रुपए की धोखाधड़ी का आरोप लगाया था । दोनों ही मामलों में देवेंद्र पांडेय के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई थी। शासन के उक्त रवैये से नाराज पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने 26 अक्टूबर से सीएम हाउस अथवा सीएम की अनुपस्थिति में गृह एवं लोकनिर्माण विभाग मंत्री के आवास के सामने भूख हड़ताल की चेतावनी दी थी। इससे पुलिस प्रशासन में हड़कम्प मच गया था। सोमवार को पूर्व गृहमंत्री मौजूदा रामपुर विधायक ननकीराम कंवर अपने रायपुर स्थित बंग्ला पहुंच गए थे। जहां आईजी छाबड़ा ने उन्हें फोन कर सहकारी बैंक के जिन जिन प्रकरणों में गड़बड़ी हुई है उसमें उचित कार्रवाई का आश्वासन देते हुए भूख हड़ताल वापस लेने की गुजारिश की। यही नहीं रायपुर कलेक्टर के निर्देश पर उनके प्रतिनिधि के तौर पर तहसीलदार श्री कंवर के बंग्ले में पहुंचे। जहां उन्होंने मान -मनोव्वल कर कार्रवाई का आश्वासन देते हुए भूख हड़ताल वापस लेने की गुजारिश की। वहीं कोरबा के रामपुर थाना में देवेंद्र पांडे के खिलाफ नजरी नक्शा में फेरबदल और अन्य आरोप के आधार पर धोखाधड़ी यानी धारा 420 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया ।जिसके बाद पूर्व गृहमंत्री श्री कंवर ने भूख हड़ताल वापस ले लिया है।
बंग्ला पहुंचे तहसीलदार की मान मनोव्वल ,बोले शीघ्र मंगाएंगे किसानों के लंबित मुआवजा की फाईल,
पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर का सीएम हाउस का घेराव की मुख्य वजह केवल सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष व सृष्टि इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के डायरेक्टर देवेंद्र पांडेय के खिलाफ वैद्यानिक कार्यवाई ही नहीं थी। उन्होंने लगातार मीडिया में कोरबा जिले में सड़क निर्माण के लिए साढ़े 4 दशक पूर्व सन 1977 -78 में लोक निर्माण विभाग द्वारा पंतोरा- उरगा -हाटी सड़क निर्माण हेतु ग्राम कनकी ,तरदा एवं कथरीमाल के करीब 60 किसानों की जमीन अधिग्रहित करने के बाद भी लंबित मुआवजा को प्रमुख बिंदु बताया था। यही वजह है कि रायपुर कलेक्टर के निर्देश पर उनके प्रतिनिधि के तौर पर तहसीलदार श्री कंवर के बंग्ले में पहुंचे। जहां उन्होंने मान -मनोव्वल कर प्रकरण में शीघ्र उचित कार्रवाई का आश्वासन देते हुए भूख हड़ताल वापस लेने की गुजारिश की।