मुंबई । साउथ फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार प्रभाष और अभिनेत्री पूजा हेगड़े की बहु-प्रतिक्षित फिल्म ‘राधे श्याम’ की रिलीज डेट को स्थगित कर दिया गया है। पहले ये फिल्म 14 जनवरी को संक्रांति के मौके पर सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली थी, लेकिन कोरोनावायरस के कारण फिल्म के मेकर्स कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहते हैं, इसलिए फिल्म को फिलहाल के लिए टालने का फैसला लिया गया है।

देश के कई राज्यों ने कोरोनावायरस और इसके नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को चलते वीकेंड कर्फ्यू की घोषणा कर दी है।इससे सीधा असर सिनेमाघरों पर पड़ने वाला है। इसी के मद्देनजर फिल्म राधे श्याम के मेकर्स ने फिलहाल के लिए फिल्म की रिलीज डेट को स्थगित करने का निर्णय लिया है।बुधवार को ‘राधे श्याम’ के प्रोड्यूसर्स यूवी क्रिएशंस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इसकी जानकारी दी है।
फिल्म के मेकर्स ने जारी किया आधिकारिक बयान
ट्वीट में लिखा – हम पिछले कुछ दिनों से अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे थे, लेकिन ओमिक्रॉन वेरिएंट के बढ़ते मामलों को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि बड़े पर्दे पर आने के लिए हमें अपनी मेहनत का इंतजार करना होगा।राधे श्याम प्यार बनाम नियति के बारे में एक कहानी है और हमें यकीन है कि आपका प्यार हमें इस कठिन समय से उबरने में मदद करेगा।जल्द ही आप लोगों से सिनेमाघरों में मिलेंगे।फिल्म राधे श्याम के मेकर्स ने ये कदम ऐसे समय पर उठाया, जब हाल ही में एसएस राजामौली ने अपनी आगामी फिल्म आरआरआर की रिलीज डेट को फिलहाल के लिए टालने का ऐलान किया. राजामौली की ये फिल्म 7 जनवरी को रिलीज होने वाली थी, लेकिन कोरोनावायरस के कारण कई राज्य सिनेमाघरों को बंद करने का आदेश दे चुके हैं, जिसके चलते मेकर्स को फिल्म की रिलीज को स्थगित करना पड़ा।
कब तक सिनेमा पर कहर बरपाएगा कोरोना?
कोरोनावायरस से छुटाकारा कब मिलेगा, ये तो दूर का सवाल है।इससे बचना कैसे है फिलहाल इस ओर ध्यान देने की जरूरत है।सिनेमा को कोरोनावायरस ने पूरी तरह से अपनी चपेट में ले लिया है।एक के बाद एक कई सितारे कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं और अब फिल्मों की रिलीज पर भी ये संक्रमण अपना गहरा प्रभाव डाल रहा है।इसे कोरोना की थर्ड वेव के तौर पर देखा जा रहा है। ऐसे में फिल्म मेकर्स की पहली प्राथमिकता कोरोना से बचना है, इसलिए फिलहाल कोई भी कोरोना का रिस्क लेकर अभी सिनेमाघरों में फिल्म रिलीज करने को तैयार नहीं है।एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले दो हफ्ते देश के लिए बहुत ही गंभीर हैं। भारत में मंगलवार को 54 हजार मामले रिपोर्ट किए गए थे। इन मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। सबसे ज्यादा कोरोना की मार महाराष्ट्र और दिल्ली जैसे राज्य झेल रहे हैं, जहां कोरोना और ओमिक्रॉन दोनों के ही मामलों में लगातार वृद्धि देखी गई है। एक्सपर्ट्स का ओमिक्रॉन को लेकर ये भी कहना है कि ये आमतौर पर होने वाले खांसी जुकाम की तरह नहीं है, इसलिए इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है।