जयपुर। अलवर की मूकबधिर नाबालिग गैंगरेप पीड़िता का जयपुर के जेके लॉन अस्पताल में इलाज चल रहा है। बच्ची को लहुलुहान हालत में अस्पताल लाया गया था। बच्ची का बुधवार दोपहर को करीब ढाई घंटे तक ऑपरेशन चला है। पीड़िता के शरीर के अंदर के पार्ट्स तक डेमेज हो चुके हैं। ऑपरेशन के बाद बच्ची को आईसीयू में रेफर कर दिया है। फिलहाल उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। उसे दो से तीन दिन तक डॉक्टर्स के ऑब्जरवेशन में रखा जाएगा।
जेके लॉन अस्पताल के अधीक्षक डॉ अरविंद शुक्ला ने बताया कि बच्ची का 5 डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन किया है। बच्ची के अंदरूनी हिस्से में काफी गहरे घाव है। बच्ची का रेक्टम अपनी जगह से खिसक गया है। उसे जब अस्पताल में लाया गया तो काफी ब्लीडिंग हो रही थी। उसके प्राइवेट पार्ट में शार्प कट है। बच्ची के पेट में छेद करके अलग से रास्ता बनाया गया है, जिससे मल को बाहर निकाला जा सके। इसे प्लास्टिक सर्जन की मदद से रिपेयर कर रहे है। आपरेशन के बाद उसे आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया है।अलवर में मंगलवार रात को 14 साल की नाबालिग बच्ची का अपहरण कर लिया। उसके साथ गैंगरेप कर तिजारा फाटक पुलिया पर फेंक दिया गया। एक घंटे तक पुलिया पर वह तड़पती रही। वह कुछ भी बता नहीं पा रही थी। हालत गंभीर होने पर दो यूनिट ब्लड देकर उसे जयपुर जेके लॉन अस्पताल में रेफर कर दिया गया। जयपुर में उसे दो यूनिट ब्लड चढ़ाया गया।
कई मंत्री व अधिकारी हालत जानने पहुंचे
जेके लोन अस्पताल में चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा, मंत्री टीकाराम जूली, महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश और उद्योग मंत्री शकुंतला रावत, संगीता बेनीवाल, एडीजी स्मिता श्रीवास्तव बच्ची को हाल जानने अस्पताल पहुंची थीं। अस्पताल में डॉ.सुधीर भंडारी, आईएएस वैभव गलरिया भी निरीक्षण के लिए मौजूद रहे।