एसईसीएल ने खदानों से नॉन पावर सेक्टरों को सशर्त कोयला आपूर्ति शुरू की

कोरबा। एसईसीएल प्रबंधन ने नॉन पावर सेक्टरों को खदानों से सशर्त कोयला आपूर्ति शुरू कर दी है। कंपनी ने 28 जनवरी से नॉन पावर सेक्टर के उद्योगों को कोयला देना बंद कर दिया था। अब जब नॉन पावर सेक्टरों को एसईसीएल ने कोयला आपूर्ति करने में राजी हुआ है तो प्रबंधन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उनकी पहली प्राथमिता बिजली सेक्टरों को रहेगी।

नॉन पॉवर सेक्टरों को भी उनके मांग के अनुरूप कोयला ट्रिगर लेबल तक प्रयास किया। डिस्चार्ज आर्डर (डीओ) का 75 फीसद कोयला आपूर्ति किए जाने पर शेष 25 फीसदी के लिए प्रबंधन बाध्य नहीं होगा और न ही इसके लिए प्रबंधन पेनाल्टी देगा। एसईसीएल प्रबंधन की ओर से महाप्रबंधक (मटेरियल एंड सेल्स) ने एक आदेश जारी कर शर्तों के आधार पर कोयला की आपूर्ति शुरू करने कहा है। उद्योगों के लिए डीओ तो जारी किया जाएगा, पर अभी भी प्राथमिकता बिजली सेक्टरों को कोयला आपूर्ति कराने की रहेगी। जो शर्त लागू किए गए हैं, उससे करीब 25 फीसदी की कटौती गैर बिजली क्षेत्र के उद्योगों के कोयले में कर दिया गया है। यह भी कहा गया है कि हर माह स्टॉक और डिमांड की समीक्षा की जाएगी, उसके अनुरूप निर्णय बदले भी जा सकेंगे। इधर इस तरह के शर्त रखने पर उद्योगपतियों ने आक्रोश जताया। कोयले की कालाबाजारी को बढ़ावा मिलने और उद्योगों को बचाने संचालक मजबूरी में दोगुने-तीन गुने काम पर कोयला खरीदने मजबूर होने की बात कही।