पाक पीएम इमरान की मुश्किलें बढ़ रही :सत्ता पक्ष विपक्ष का शक्ति प्रदर्शन ,छावनी में तब्दील हुई इस्लामाबाद ,बड़ी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात

एजेंसी। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान इन दिनों काफी मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं। विपक्ष 28 मार्च को इमरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगा। अविश्वास प्रस्ताव से पहले सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच शक्ति प्रदर्शन के चलते राजधानी इस्लामाबाद छावनी में तब्दील हो गया है। रेड जोन घोषित कर बड़ी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों की तैनाती की गई है।

पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) के बैनर तले PML(N) (पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज)), पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) और जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (JUI-F) के हजारों कार्यकर्ता इस्लामाबाद पहुंच गए हैं। JUI-F के नेता गफ्फूर हैदरी ने कहा कि हमारा होमवर्क पूरा हो गया है। अब कठपुतली सरकार का जाना तय है। लाहौर से मरियम नवाज के नेतृत्व में हजारों कार्यकर्ता रवाना हो चुके हैं।
दूसरी ओर सत्तारूढ़ तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के कार्यकर्ता भी रविवार की रैली के लिए इस्लामाबाद पहुंच गए हैं। राजनीतिक विश्लेषक राना तारिक ने आशंका जताई कि शक्ति प्रदर्शनों से कार्यकर्ताओं में संघर्ष की आशंका है। उधर, पीएम इमरान खान ने पंजाब के कमलिया की रैली में नवाज शरीफ पर भारत के पीएम नरेंद्र मोदी के साथ गुपचुप मुलाकातों का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुझे सत्ता खोने का डर नहीं है, मैं विपक्ष को बेनकाब करूंगा।

इमरान के सत्ता संभालने के बाद पाकिस्तान का विदेशी कर्ज ढाई गुना बढ़कर 6.47 लाख करोड़ हो गया

इमरान खान के अगस्त, 2018 में सत्ता संभालने के बाद पाकिस्तान का विदेशी कर्ज ढाई गुना बढ़कर 2.66 लाख करोड़ से 6.47 लाख करोड़ हो गया। साउथ एशिया पीस रिपोर्ट के अनुसार, 2018 में 106 आतंकी वारदात बढ़कर 2021 में 325 हो गई। इमरान ने जिन कट्‌टरपंथियों को शुरू में समर्थन किया वे ही उनके विरोध में उतर आए हैं।इमरान सरकार ने 2019 के बाद से आतंकियों के साथ करार किए थे। इसमें सबसे कुख्यात तहरीक-ए- तालिबान ने पाक सरकार के साथ अक्टूबर 2021 में किया गुप्त करार किया था, लेकिन तहरीक-ए-तालिबान ने नवंबर 2021 में हमला कर 12 पाक सैनिकों को मार गिराया।