हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । जनपद पंचायत करतला के भष्ट्र प्रभारी सीईओ एवं लिपिकों की करतूत थमने का नाम नहीं ले रही।इनके भष्ट्र कार्यशैली से अब ग्राम पंचायत सलिहाभांठा की सरपंच रामपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर की बहू रिश्वतखोरी का शिकार हो गईं । नाराज ननकीराम ने जनपद पंचायत करतला के प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी एचएन खोटेल एवं लेखापाल सुखदेव आदित्य को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की मांग कलेक्टर से की गई है।

विधायक ननकीराम कंवर ने कलेक्टर को लिखे शिकायत पत्र के माध्यम से बताया है कि उनके गृह ग्राम बंधवाभांठा में विधायक मद वर्ष 2021-22 में मुक्तिधाम का समतलीकरण एवं सीमेंट कांक्रीट निर्माण हेतु राशि 10 लाख स्वीकृति हुआ था जिसमे 80 प्रतिशत राशि निर्माण ऐजेंसी(ग्राम पंचायत सलिहाभांठा) को दे दी गई । अंतिम शेष राशि सरपंच श्रीमती प्रभा कंवर के द्वारा मांग करने पर प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं सबंधित लेखापाल द्वारा गलत ढंग से आर. टी. जी. एस. जारी कर दिया गया। उक्त लेखापाल सुखदेव आदित्य का डेढ़ माह पूर्व जनपद पंचायत कोरबा स्थानांतरण हो चुका है फिर भी उसे कार्यमुक्त नहीं किया गया है। उल्लेखनीय है कि मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं संबंधित लेखापाल द्वारा राशि रूपये 2 लाख का आर.टी.जी.एस. जारी किया गया किन्तु शब्दो में रूपये 2.50 लिखा गया है तथा कालम नंबर 5 में केवल रूपये 20000/- (रू. बीस हजार मात्र) लिखा गया है। इतनी बड़ी गलती को मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं संबंधित क्लर्क द्वारा देख नहीं पाना अपने कार्य के प्रति घोर लापरवाही को दर्शाता है। इतना ही नही आर.टी. जी. एस. पत्र को सुधारने के लिए इन लोगों के द्वारा सरपंच जो कि रिश्ते में मेरी भाँजा बहू है, उनसे भी 8 हजार रुपये की रिश्वत ली गई है। कलेक्टर से अपेक्षा की गई है कि ऐसे लापरवाह मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं क्लर्क को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की कार्यवाही कर अवगत कराने का कष्ट करेंगे।
तो क्या जिला प्रशासन दे रहा भ्रष्टाचारियों को प्रश्रय
जिस तरह करतला जनपद पंचायत के प्रभारी सीईओ एचएन खोटेल की पदस्थापना दिनांक से एवं लिपिक सुखदेव आदित्य की लगातार कुछ दिनों से शिकायतें सामने आ रही है।स्थानांतरण के डेढ़ माह बाद भी जनपद पंचायत कोरबा के लिए रिलीव नहीं हुए। क्षेत्रीय विधायक ननकीराम कंवर लगातार प्रभारी सीईओ को हटाए जाने की मांग जिला प्रशासन से करते रहे हैं। बावजूद इसके संबंधित अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ किसी भी प्रकार की कार्यवाही ना होना भ्रष्टाचारियों को सीधे तौर पर पनाह दिए जाने के तौर पर देखा जा रहा है क्षेत्रीय विधायक ननकीराम कंवर जिला प्रशासन की इस कार्य शैली से खासे नाराज हैं ।