शिक्षा विभाग की अदूरदर्शिता से आदिवासी बाहुल्य कोरबा के 11 बच्चे शिक्षा से हो जाएंगे वंचित !मनमाने तरीके से कर दिया समायोजन ,भविष्य गढ़ने उफनती नालों को करना होगा पार ,माताओं ने कलेक्टोरेट पहुंच स्कूल समायोजन न करने लगाई गुहार,देखें वीडियो….

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। शिक्षा विभाग की अदूरदर्शिता आदिवासी बाहुल्य आकांक्षी जिले कोरबा के 11 बच्चों के लिए मुसीबत बन गई। मापदंड से कम दर्ज संख्या का हवाला देकर 2 किलोमीटर दूर समायोजन किए गए स्कूल की वजह से बच्चों को भरी बरसात में उफनते नालों को पार कर विद्यार्जन करने जाना पड़ेगा। इस अदूरदर्शिता से आहत माताओं ने मंगलवार को कलेक्टोरेट पहुंचकर जनदर्शन में कलेक्टर से स्कूल का समायोजन न करने की गुहार लगाई।

जनदर्शन में पहुंची विकासखण्ड पोंडी उपरोड़ा के ग्राम पंचायत दर्राभांठा के आश्रित ग्राम केनाडांड़ की पंच महिलाओं छतकुंवर ,मथुराबाई व अन्य ने बताया कि शासकीय प्राथमिक शाला केनाडांड़ में करीब एक दशक से शासकीय प्राथमिक शाला संचालित है। वर्तमान में विद्यालय में 2 शिक्षक पदस्थ हैं व 11 बच्चे अध्ययनरत हैं। वर्तमान में शिक्षा विभाग 10 से कम दर्ज संख्या वाले स्कूलों का समायोजन किया जा रहा है परंतु दुर्भाग्यपूर्ण है कि इसमें केनाडांड़ का नाम भी शामिल कर दिया गया। महिलाओं ने बताया कि विद्यालय पहुंचविहीन मार्ग पर स्थित है। जो नदी नालों से घिरा हुआ है। कई मर्तबा पुलिया के लिए प्रस्ताव दिए जाने के बाद भी यहां आज पर्यंत पुल नहीं बना। बरसात में यह मार्ग पहुंचविहीन हो जाता है। वर्तमान में ही नालों में पानी भरने लगा है । ऐसी स्थिति में बच्चों का नाला पार कर स्कूल जाना मुश्किल होगा। आदिवासी बाहुल्य गांव के बच्चे शिक्षा से वंचित हो जाएंगे। महिलाओं ने कलेक्टर संजीव झा से स्कूल का समायोजन न करने की गुहार लगाई है।