हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । छत्तीसगढ़ सरकार ने 23 हजार गौठान स्वीकृत किए ,गौठान में जो पैसा लगा केंद्र का लगा ,लेकिन इसके बाद भी यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि रायपुर से लेकर कोरबा तक सड़कों में मवेशी नजर आए। मैंने मुख्यमंत्री से कहा कि आपकी यह योजना भष्ट्राचार की भेंट चढ़ गई,भारत सरकार के पैसों को मनमाने ढंग से खर्च कर दिया गया।
उक्त बातें भारत सरकार के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह गुरुवार को जिला पंचायत में आयोजित समीक्षा बैठक में कही। केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्री गिरिराज केंद्रीय योजनाओं की समीक्षा में राज्य सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि मनरेगा में पारदर्शिता की कमी है ,केंद्र सरकार ने जो पैरामीटर्स तय किए हैं उसका पालन नहीं हो रहा,उसके अनुरूप कार्य नहीं हो रहे। उन्होंने खाद्य विभाग को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन्हें यह देखकर अत्यंत पीड़ा होती है कि केंद्र सरकार द्वारा गरीब कल्याण योजना के तहत जो 5 किलो प्रति परिवार अनाज दिया जा रहा वह भी हितग्राहियों तक सतत रूप से छत्तीसगढ़ सरकार नहीं पहुंचा पा रही। कोरबा में हितग्राही उनके समक्ष शिकायत लेकर आए हैं। एक परिवार में 6 सदस्य हैं तो भी उनके कोटे का अनाज डकार पेट काटने का काम की जा रही।
11 लाख गरीबों का आशियाना छीनने का छत्तीसगढ़ सरकार गुनहगार ,मैचिंग ग्रांट नहीं दिया ,इसलिए पीएम आवास हुआ रद्द
पीएम आवास योजना को लेकर भी केंद्रीय गामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्री गिरिराज ने छत्तीसगढ़ सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के 11 लाख गरीब परिवारों का आशियाना छीनने का गुनहगार छत्तीसगढ़ सरकार है। जिसने लगातार पत्राचार के बावजूद मैचिंग ग्रांट नहीं दिया,छत्तीसगढ़ सरकार को बैंक ने पैसा देने से इंकार कर दिया। मजबूरन केंद्र सरकार को आबंटन रद्द करना पड़ा।