धमतरी। जिले में शनिवार को मवेशी खरीदकर घर ले जा रहे एक किसान को दो दंतैल हाथियों ने कुचलकर मार डाला। घटना की जानकारी मिलने पर वनकर्मी और पुलिस मौके पर पहुंची। रेंजर महादेव कन्नौजे ने बताया कि किसान महेश दीपक (66 वर्ष) जो ग्राम कोहका का रहने वाला था, वो 8 अक्टूबर को मवेशी खरीदकर लौट रहा था, तभी दंतैल हाथियों ने उस पर हमला कर उसे मार डाला।
रेंजर ने बताया कि किसान महेश मवेशी खरीदने के लिए ग्राम भिड़ावर गया हुआ था। वहां से वो कल शाम 5 बजे वापस लौट रहा था, तभी अकलाडोंगरी और कोडेगांव के पास उसका दो दंतैल हाथियों से सामना हो गया। खतरा भांपते ही किसान तेजी से दौड़ा, लेकिन हाथियों ने उसे दौड़ाते हुए सूंड से पकड़ लिया और नीचे पटककर कुचल दिया। इससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची। रात हो जाने के कारण जिला अस्पताल में शनिवार को शव का पोस्टमॉर्टम नहीं हो पाया था, अब रविवार को पोस्टमॉर्टम कराकर शव परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया जाएगा।इधर किसान को कुचलने के बाद दोनों दंतैल हाथी मोंगरागहन बस्ती में घुस गए। हाथियों को गांव में घुसा देख लोग डर गए और अपनी जान बचाकर भागे। लोगों ने अपने घर के दरवाजे-खिड़कियों को भी बंद कर लिया। गांववालों ने वन विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि हाथियों को खदेड़ने के लिए वनकर्मी कुछ नहीं कर रहे हैं।
गाड़ी छोड़कर महिला स्वास्थ्यकर्ता भी भागी
इसके अलावा एक दिन पहले प्रशिक्षण लेकर वापस लौट रही अकलाडोंगरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता का सामना भी दोनों दंतैल हाथियों से हो गया था। जिससे घबराकर स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपनी स्कूटी छोड़कर जैसे-तैसे वहां से जान बचाकर भागी थी। दरअसल महिला स्वास्थ्य कर्मचारियों की ट्रेनिंग इन दिनों गुजरा सीएचसी में हो रही है। महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता प्रशिक्षण लेकर शुक्रवार शाम को वापस लौट रही थी, तभी अकलाडोंगरी के पास दो हाथी उसके सामने आ गए थे। घबराहट में स्वास्थ्य कार्यकर्ता स्कूटी से नीचे गिर गई और गाड़ी वहीं छोड़कर गांव की ओर दौड़ लगा दी। बहुत मुश्किल से उसकी जान बच सकी थी।वहीं हाथी मॉनिटरिंग दल धमतरी के परिक्षेत्र मोंगरागहन के दल प्रमुख राजेश वर्मा ने बताया कि उनकी टीम हाथियों पर नजर रखे हुए है। बरबांधा, कलारबाहरा, अरौद, पटौद, सिलतरा, उरपुटी, मोंगरी, कांदरी समेत एक दर्जन गांवों में मुनादी कराई गई है। ग्रामीणों को घरों के भीतर सुरक्षित रहने कहा गया है। वहीं हाथियों के दिखने पर जानकारी देने के लिए भी कहा गया है।