हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। छत्तीसगढ़ में माइनिंग में हुई गड़बड़ी के सिलसिले में एक्शन में आई ईडी की टीम ने गुरुवार को कोरबा कलेक्टोरेट कार्यालय में दबिश दे दी है। दर्जनभर अधिकारियों सीआरपीएफ के जवानों से लैस टीम ने खनिज विभाग एवं आदिवासी विकास विभाग को सील कर अफसरों को बिठाकर फाइलों की जांच शुरू कर दी है । कड़ी सुरक्षा के बीच समाचार लिखे जाने तक जांच जारी है।
ईडी की टीम पिछले 3 दिनों से छत्तीसगढ़ में माइनिंग में हुए अनियमितताओं के सिलसिले में राजधानी रायपुर में डेरा डालकर छापामार कार्रवाई कर रही है। ईडी की जांच के रडार में 3 आईएएस सहित बिल्डर आए हैं। माइनिंग में गड़बड़ी से जुड़े तार सर्वाधिक माइनिंग रॉयल्टी देने वाले कोरबा जिले से भी जुड़े हैं । लिहाजा ईडी की टीम ने गुरुवार को दफ्तर खुलते ही कोरबा के कलेक्टोरेट कार्यालय में दबिश दे दी। 5 वाहनों में ईडी की टीम दर्जनों सीआरपीएफ के दर्जनों जवानों के साथ पहुंची है। अधिकारियों ने खनिज विभाग एवं आदिवासी विकास विभाग में अफसरों को बिठाजर जांच शुरू कर दी है। फाइलों को खुलवाकर टीम जांच कर रही है । हालांकि जांच के दौरान कौन सी बातें सामने आएंगी ये तो जांच के बाद ही पता चल सकेगा। गौरतलब हो ईडी को कोरबा जिले में माइनिंग में तमाम गड़बड़ियों की शिकायतें मिलती रही है। प्रदेश में हुई छापामारी के बाद से ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि ईडी की टीम कभी भी कोरबा में दस्तक दे सकती है। फिलहाल ईडी की छापेमारी से ब्यूरोक्रेसी सहित माइनिंग के कारोबार से जुड़े कारोबारियों में हड़कम्प मचा है।