कोरोना के टीके की तैयारी – वैक्सीन के लिए बना अलग स्टोर, 90 हजार तक टीके 2 डिग्री में रख सकेंगे

225 लीटर क्षमता का फ्रिज, कौन सी वैक्सीन आएगी, किस तापमान में रखनी है, अभी यह साफ नहीं
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव समेत अफसरों के सामने प्रजेंटेशन भी

प्रदेश में कोरोना का टीका लगना कब शुरू होगा, यह साफ नहीं है लेकिन जिस तरह अचानक तैयारी तेज हुई है, उससे लगता है कि यहां वैक्सीन पहुंचने के दिन ज्यादा दूर नहीं है। बुधवार को डीकेएस अस्पताल के पीछे स्वास्थ्य विभाग के वैक्सीन स्टोरेज में कोरोना टीके के लिए एक अलग हाॅल बनाकर उसमें विशाल फ्रिज इंस्टाल कर दिया गया है। यह फ्रिज 45 से 90 हजार तक कोरोना वैक्सीन को 2 डिग्री तापमान में रख सकेगा। पूरे प्रदेश में कोरोना वैक्सीन यहीं से सप्लाई किए जाएंगे। हालांकि अभी राज्य को केंद्र से इस निर्देश का इंतजार है कि यहां कौन सी वैक्सीन सप्लाई होगी और उसे किस तापमान में रखना होगा। कोरोना वैक्सीन स्टोरेज के नाम पर विभाग ने 15 बाई 18 फीट का एक बड़ा हाल बनाया है, जो पूरी तरह से एयर टाइम और सुरक्षित है। बुधवार को यहां एक देशी कंपनी का बड़ा फ्रिज इंस्टाल करने की प्रक्रिया लगभग ढाई घंटे चली। उस वक्त भास्कर टीम मौके पर थी। फ्रिज का इंस्टालेशन दोपहर 12.10 बजे से शुरू होकर 2.40 बजे पूरा हो गया।

इसके बाद फ्रिज का डेमो भी किया गया, शुरूआत में इसमें डिस्टिल्ड वाटर के कुछ डोज भी रखकर देखे गए, जिनका तापमान बमुश्किल डेढ़-दो मिनट में 2 डिग्री से नीचे यानी फ्रीजिंग प्वाइंट पर पहुंच गया। इसकी पूरी वीडियो रिकार्डिंग की गई और इस वीडियो का शाम करीब 4 बजे स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और हेल्थ अफसरों के सामने प्रजेंटेशन दिया गया। दरअसल स्वास्थ्य विभाग ने अन्य राज्यों और दुनिया के तमाम देशों में कम्युनिटी वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को मद्देनजर रखते हुए केंद्र की गाइडलाइन के अनुरूप तैयारियां तेज कर दी हैं। जो पहला वैक्सीन स्टोरेज बनाया गया है, उसमें इसके अलावा दो-तीन फ्रिज और इंस्टाल किए जा सकते हैं। एक फ्रिज का रेट लगभग ढाई लाख रुपए बताया गया है।

अब पहला डोज किसको इसके लिए भी तैयारियां
प्रदेश में फ्रंट लाइन वॉरियर में से पहला टीका किस समूह से लगाया जाएगा, इसको लेकर भी हेल्थ विभाग तैयारियां कर रहा है। बीच में विभाग के सूत्रों से अंबिकापुर के सफाई कर्मियों में से किसी महिला को पहला टीका लगाए जाने की खबर सामने आई। लेकिन जब भास्कर ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव से इस बारे में पूछा तो उन्होंने इससे इनकार कर दिया। स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक पहला टीका किसे लगता है इससे ज्यादा जरूरी है कि हमें जितनी तादाद में टीके चाहिए वो पहले मिल जाए।

सीधी बात
टीएस सिंहदेव, स्वास्थ्य मंत्री
सवाल – प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन की क्या तैयारियां हैं?
सिंहदेव – प्रदेश में भी फ्रंटलाइन कोरोना वारियर को वैक्सीन पहले दिया जाएगा। कम्युनिटी वैक्सीनेशन के लिए 5 हजार लोग चिन्हित किए गए हैं, जो टीके लगाना शुरू करेंगे। हालांकि प्रदेश के सभी 14 हजार से ज्यादा हेल्थ वर्कर टीके लगाने के काम को अंजाम देंगे। वैक्सीन कौन सी अा रही है, यह पता चलने के कुछ घंटे के भीतर इसे रखने और सप्लाई करने की तैयारी कर लेंगे।

सवाल – वैक्सीनेशन लगाने की प्रक्रिया क्या सेटअप रहेगा?
सिंहदेव- हम पोलिंग बूथ मॉडल पर वैक्सीनेशन बूथ बनाने जा रहे हैं। हालांकि प्रदेश में पोलिंग बूथ की संख्या 29 हजार से ज्यादा रहती है। हमें इतनी तादाद में वैक्सीनेशन बूथ नहीं लगेंगे। पहले फेस में आठ से नौ हजार बूथ पर्याप्त रहेंगे।
सवाल – नक्सल पीड़ित इलाकों दूर दराज के क्षेत्रों में वैक्सीन कैसे ट्रांसपोर्ट करेंगे?
सिंहदेव- प्रदेश के दूर दराज के इलाकों में वैक्सीनेशन पहुंचाने के लिए एक्शन प्लान बनाया जा रहा है। कहीं भी दिक्कत नहीं आएगी। हम हर दिशा में सबसे आखिरी छोर तक फ्रंट लाइन वॉरियर तक कोरोना टीका पहुंचा लेंगे।