जशपुर । पी डी एस चावल में अफरा तफरी का मामला सामने आया है।पीडीएस का चावल सरकारी दुकान में न उतारकर दुकान संचालित करने वाले समूह चावल को अपने निजी आवास में रखवा लिए थे ।इस बात की खबर जैसे ही गांव के सरपंच और अन्य ग्रामीणों को मिली सभी के सभी अलर्ट हो गए और तत्काल फूड आफीसर को मौके पर बुलाया गया।
पूरा मामला बगीचा ब्लॉक के कुरकुरिया ग्राम पंचायत का है ।जानकारी के मुताबिक 21 जनवरी को ग्राम पंचायत में वितरण हेतु 194 बोरी चावल भेजा गया।जिसमे 124 बोरी चावल तो सरकारी दुकान में अनलोड कराया गया लेकिन 70 बोरी चावल दुकान चलाने वाले विक्रेता ने अपने निजी आवास में खाली करा लिया ।इस बात की भनक ग्राम पंचायत के सरपंच और ग्रामीणों को लग गई ।उन्होंने तत्काल इसकी सूचना बगीचा के खाद्य निरीक्षक पुष्पेंद्र पटेल को दिया।वह मौके पर पहुंचे और राशन दुकान का निरीक्षण करने के दौरान पाया कि 70 बोरी चावल विक्रेता ने अपने घर में खाली करवा लिया है । खाद्य निरीक्षक ने ग्रामीणों के समक्ष सरपंच की मौजूदगी में दुकान में स्टॉक और घर में उतारे गए 72 बोरी चावल का पंचनामा बनाया गया। फूड इंस्पेक्टर ने बताया कि पंचनामा और जांच की कार्रवाई करने के बाद जांच प्रतिवेदन बगीचा एसडीएम को भेजा जा रहा है । एसडीएम के द्वारा आगे की कार्रवाई की जाएगी।फूड इंस्पेक्टर ने बताया कि निजी आवास में पीडीएस का चावल उतारा जाना सरासर नियम के विरुद्ध है ।कार्रवाई की जाएगी।
सुलगते सवाल ,दोषी कौन👇
इस पूरे मामले में सवाल यह भी है कि राशन विक्रेता अगर निजी आवास में पीडीएस चावल उतारे जाने का दोषी है तो चावल को निजी आवास में उतारने वाला सप्लायर भी उतना ही दोषी है लेकिन अबतक की कार्रवाई में सप्लायर का कहीं कोई जिक्र नहीं किया जा रहा है। स्थानीय लोगो का कहना है कि चावल या राशन अनलोड करने वालो को किसी निजी आवास में राशन खाली कराने के किसी तरह के निर्देश आदेश नहीं होते फिर किस वजह से चावल को राशन विक्रेता के घर में चावल उतारा गया।