कोरबा।एनपीटीसी कोरबा दक्षता के साथ विद्युत उत्पादन के लिए अग्रसर है। आज से करीब 40 साल पहले कभी 200 मेगावाट से सफर शुरू करने वाली यह इकाई अब कोरबा में 2600 मेगा वाट विद्युत उत्पादन एवं उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए जानी जा रही है।
उक्त बातें एनटीपीसी कोरबा के नवपदस्थ महाप्रबंधक बी आर राव ने विकास भवन एनटीपीसी कोरबा में आयोजित प्रेस वार्ता में कही।उन्होंने मीडिया से एनटीपीसी के सफर एवं उपलब्धियों को साझा करते हुए कहा कि बिजली उत्पादन के साथ ही पर्यावरण की सुरक्षा एवं सामुदायिक विकास हेतु एनटीपीसी कोरबा लगातार तत्पर हैं। हाल ही में नैगम सामाजिक दायित्व के अंतर्गत रीटेल एसोशिएट प्रशिक्षण एवं तीरंगदाजी कप इत्यादि का आयोजन किया गया।
वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में श्री राव ने कोरबा प्रेस क्लब के सदस्यों के सवालों का जवाब देते हुए सभी महत्वपूर्ण जानकारी हर्षपूर्ण ढंग से देते हुए बताया की कोरबा संयंत्र ने सर्वाधिक उत्पादन का कीर्तिमान स्थापित कर विद्युत के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। इस अवसर पर एनटीपीसी के मुख्य महाप्रबंधक, बी. आर. राव ने विगत 40 वर्षों के सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए प्रेस क्लब का धन्यवाद किया। कार्यक्रम में बी. आर. राव (मुख्य महाप्रबंधक) के साथ ही मधु एस (महाप्रबंधक – प्रचालन एवं अनुरक्षण), अनूप मिश्रा (मुख्य महाप्रबंधक – प्रोजेक्ट्स), अंबर कुमार (महाप्रबंधक – राखड़ प्रबंधन), प्रभात राम (मानव संसाधन प्रमुख), पी के नंदी (उप महाप्रबंधक – पर्यावरण प्रबंधन),एचआर,सीएसआर एवं प्रचालन विभाग के कर्मचारी गण उपस्थित थे।
800 मेगावाट की दो नई इकाई होगी स्थापित

देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादन कंपनी नेशनल थर्मल पॉवर कार्पोरेशन (एनटीपीसी ) ने देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा कर सफलता की एक और कीर्तिमान स्थापित करने एक और कदम बढ़ा दिया है। एनटीपीसी छत्तीसगढ़ में 800 मेगावाट क्षमता वाली दो नई इकाई स्थापित करेगा। इनमें 800 मेगावाट क्षमता वाली एक इकाई सीपत में तथा दूसरी यूनिट कोरबा में प्रस्तावित है। इस संदर्भ में कोरबा सुपर थर्मल पावर स्टेशन के मुख्य महाप्रबंधक बी. रामचंद्र राव ने से चर्चा करते हुए बताया कि एनटीपीसी सीपत के लिए 800 मेगावाट क्षमता वाली इकाई के लिए स्वीकृति मिल चुकी है।एनटीपीसी कोरबा के लिए भी 800 मेगावाट क्षमता वाली इकाई प्रस्तावित है। संयंत्र परिसर में ही इसे स्थापित किया जाना है, लेकिन राख उपयोगिता प्रतिशत में बढोत्तरी नहीं होने के कारण विस्तार परियोजना में विलंब हो रहा है। श्री राव ने कहा कि वर्तमान में राख की उपयोगिता की स्थिति 60 से 70 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि कोरबा के आसपास सीमेंट उद्योग नहीं होने कारण राख की पूरी खपत नहीं हो पा रही है। हालांकि प्रबंधन शत प्रतिशत राख उपयोगिता के लिए पूरा प्रयास कर रहा है।
ग्रीन एनर्जी की दिशा में चल रहा काम ,30 मेगावाट क्षमता की सोलर विद्युत संयंत्र होगी स्थापित
एनटीपीसी के परियोजना प्रमुख ने बी. रामचंद्र राव ने बताया कि ग्रीन एनर्जी की दिशा में काम चल रहा है। एनटीपीसी कोरबा द्वारा 30 मेगावाट क्षमता वाला सोलर विद्युत संयंत्र स्थापित किया जाएगा। भारत सरकार की योजना 2032 तक 50 प्रतिशत एनर्जी रिन्यूएबल एनर्जी के माध्यम से प्राप्त करने की है। श्री राव ने कहा एनटीपीसी कोरबा द्वारा प्रदूषण नियंत्रण के लिए प्रत्येक स्तर के उपाय कए जाते हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में कोरबा देश का नम्बर एक संयंत्र बना हुआ है। प्लांट लोड फैक्टर 91.4 प्रतिशत पर है। सीएसआर के क्षेत्र में भी व्यापक कार्य हो रहा है।
पत्रकारो ने किया संयंत्र परिसर का भ्रमण



प्रैस क्लब के पत्रकारों को संयंत्र परिसर का भ्रमण भी कराया गया। उन्हे सेफ्टी सेंटर,सिमुलेटर बिल्डिंग,प्लांट परिसर में विभिन्न यूनिट इत्यादि दिखाई गयी। साथ ही साथ उन्हे संयंत्र परिसर में लागू सुरक्षा मानकों एवं सुरक्षा से संबंधित प्रशिक्षणों के बारे में अवगत कराया गया। सिमुलेटर में उन्हे 200 मेगा वॉट एवं 500 मेगा वॉट इकाई के प्रचालन के बारे में अवगत कराया गया।
उत्कृष्ट प्रदर्शन से स्थापित किए ये कीर्तिमान
प्रचालन हाइलाइट्स (जनवरी 2023):
👉एनटीपीसी के सभी परियोजनाओ में सर्वाधिक पीएलएफ़ (प्लांट लोड फ़ैक्टर) – 96.55%
👉मासिक लोडिंग फ़ैक्टर एनटीपीसी में सबसे अधिक – 97.29%
👉शून्य तेल कि खपत – यूनिट 1,3,4,5, एवं 7 (मासिक)
👉वार्षिक पीएलएफ़ 91.28%,(31. जनवरी 2023 तक), एनटीपीसी में सर्वाधिक, भारत में दूसरे नंबर पर)
👉उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रतिष्ठित स्वर्ण शक्ति अवार्ड से पुरुसकृत