दिल्ली। ऐसे बहुत सारे लोग हैं जो आईआईटी में दाखिला लेने और फिर ऊंचे वेतन वाला पैकेज की चाह रखते हैं। जबकि कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें सिर्फ ऊंचे वेतन वाले पैकेज की ही चाह नहीं होती बल्कि उनके जीवन का एक सार्थक उद्देश्य और महत्वाकांक्षा भी होती है।
आइए जानते हैं आईएएस अंकिता पंवार के बारे में जिनकी कहानी वाकई प्रेरणादायक है।
शानदार कॉर्पोरेट करियर छोड़ की सिविल की तैयारी
दरअसल, जींद जिले के गोसाईं गांव की निवासी अंकिता ने चंडीगढ़ से अपनी पढ़ाई शुरू की। यहां 12वीं कक्षा की पढ़ाई 97.6 प्रतिशत अंकों के साथ पूरी करने के बाद अंकिता ने अपनी यूपीएससी की तैयारी शुरू की। शैक्षणिक योग्यता के साथ-साथ, उन्होंने जेईई पास करने के बाद आईआईटी रुड़की से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की और 22 लाख रुपये के पैकेज के साथ कैंपस प्लेसमेंट प्राप्त किया। करीब दो साल के कुशल कॉर्पोरेट करियर के बावजूद, अंकिता ने सिविल सेवा को लेकर अपने जूनून को पीछे नहीं छोड़ा, हालांकि अपने पहले प्रयास में वो असफल रहीं।
इसके बाद 2020 में उन्होंने दूसरी बार यूपीएससी परीक्षा दी और 321वीं रैंक हासिल की। लेकिन अपने प्रदर्शन को और बेहतर बनाने के लिए उन्होंने 2022 में अपने चौथे प्रयास में 28 की प्रभावशाली अखिल भारतीय रैंक के साथ यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण की।
आईपीएस ऑफिसर से की सगाई
अंकिता की पेशेवर उपलब्धियों के अलावा, उनका निजी जिंदगी भी काफी दिलचस्प है। हाल ही में उन्होंने हरियाणा के पंचकुला में एक निजी समारोह में आईपीएस आयुष यादव से सगाई की। आयुष यादव नारनौल जिले के पास ठठवाड़ी गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने आईपीएस अधिकारी बनने के लिए 2021 में 430वीं रैंक प्राप्त की थी।