कलेक्टर श्री सिंह ने महिला बाल विकास विभाग की ली मासिक समीक्षा बैठक ।
रायगढ़, / जिले में कुपोषण मुक्ति के लिये पिछले नवंबर से अगले 6 माह में कुपोषण की दर में 10 प्रतिशत की कमी लाने का लक्ष्य लेकर कार्य किया जा रहा है। लक्ष्य प्राप्ति के लिये जरूरी है कि सभी कुपोषित बच्चों को चाहे वह आंगनबाड़ी केन्द्र में हो या उनके घर में टिफिन पहुंचाकर गरम खाना दिया जाये, कोई भी कुपोषित बच्चा छूूटना नहीं चाहिये। कुपोषण दूर करने के लिये अगले 2-3 माह बहुत महत्वपूर्ण है। अत: जमीनी स्तर पर अच्छे से मेहनत करें। उक्त बाते कलेक्टर श्री भीम सिंह ने महिला बाल विकास विभाग की मासिक बैठक में कही। इस दौरान उन्होंने विभागीय योजनाओं के जिले में क्रियान्वयन की सेक्टरवार गहन समीक्षा की।

गर्भवती व एनिमिक महिलाओं के पोषण पर भी हो पूरा फोकस
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही गर्भवती व एनिमिक महिलाओं के पोषण स्तर बढ़े इस पर भी पूरा फोकस होना चाहिये। इसके लिये उन्हें दिया जाने वाला पोषण आहार नियमित रूप से समय पर उपलब्ध करवाते रहें। जिन पंचायतों व वार्डों में टिफिन नहीं मिला है उसकी व्यवस्था तत्काल करने के निर्देश जिला कार्यक्रम अधिकारी को दिये। उन्होंने कहा कि जिले में कुपोषण मुक्त पंचायत अभियान चलाया जा रहा है जिसका उद्देश्य है कि कुपोषण मुक्ति में सरपंचों व पंचायत प्रतिनिधियों की भी सहभागिता हो। इसके लिये उन्होंने सभी सीडीपीओ व सुपरवाईजर से कहा कि अपने फील्ड के अंतर्गत आने वाले पंचायत प्रतिनिधियों को भी अभियान से जोड़े। अच्छा कार्य करने वाले जन प्रतिनिधि व पंचायतों को सम्मानित किया जायेगा।
प्रति सप्ताह आयोजित होगा बाल संदर्भ शिविर
कलेक्टर श्री सिंह ने बाल संदर्भ शिविर का आयोजन प्रति सप्ताह करने के निर्देश सीएमएचओ को दिये। जिसमें एमबीबीएस डॉक्टर बच्चों की जांच करेंगे। दवाईयों की पर्याप्त उपलब्धता हो, एनीमिया की महिलाओं की जांच भी होनी चाहिये। उन्होंने कुपोषित बच्चों को एनआरसी केन्द्रों में भेजने के लिये कहा। जहां उनकी अच्छे से देखभाल की जा सके। इस दौरान उन्होंने नये एनआरसी केन्द्रों के निर्माण व पुराने केन्द्रों के मरम्मत का कार्य जल्द पूरा करने के निर्देश दिये। निर्माण एजेंसी के अधिकारी ने बताया कि खरसिया में अगले सोमवार तक एनआरसी केन्द्र तैयार हो जायेगा।
आंगनबाड़ी केन्द्रों को पोषण बाड़ी से जल्द करें लिंक
उन्होंने आंगनबाड़ी को संबंधित ग्रामों में विकसित किये जा रहे पोषण बाड़ी से जल्द लिंक करने के लिये कहा। इससे आंगनबाड़ी केन्द्रों को आवश्यक सब्जी आसानी से उपलब्ध होगी। इस दौरान उन्होंने कुपोषण मुक्ति की दर में कमी लाने के लिये उत्कृष्ट कार्य करने वाले कोलाईबहाल, मुनुन्द, कापू, सरिया (धरमजयगढ़), मिरीगुड़ा सेक्टर के सुपरवाईजर की सराहना की तथा कहा कि अगली बार से सबसे उत्कृष्ट कार्य करने वाले सुपरवाईजर को नगद पुरस्कार दिया जायेगा।
पावना अभियान में चयनित समूहों व स्वच्छता सखी का पूरा करें प्रशिक्षण
जिले में माहवारी स्वच्छता हेतु ‘पावना ‘ अभियान की शुरूआत की गई है। कलेक्टर श्री सिंह ने इसके अंतर्गत कार्य करने के लिये चयनित महिला समूहों को सेनेटरी पैड निर्माण व पैकेजिंग की टे्रनिंग पूरी करने के निर्देश दिये। प्रत्येक गांव के लिये चिन्हांकित स्वच्छता सखियों का प्रशिक्षण भी जल्द पूरा करने के लिये कहा। उन्होंने कहा कि एक समूह 5 पंचायतों में सेनेटरी पैड उपलब्ध करवाने के साथ ही माहवारी स्वच्छता पर जागरूकता के लिये कार्य करेगा। इस मौके पर अभियान प्रभारी ने बताया कि चार गांव गोड़म, औरदा, लक्ष्मीपुर तथा छिंद पूर्णत: माहवारी स्वच्छ ग्राम बन चुकी हंै।
इस अवसर पर महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी टी.के.जाटवर, सीएमएचओ डॉ.एस.एन.केशरी सहित महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।