सरगुजा। सरगुजा जिले के उदयपुर इलाके में परसा कोल माइंस खोले जाने के पक्ष में आसपास के तीन ग्राम पंचायत के सरपंचों ने सीएम को पत्र लिखा। इससे माइंस से प्रभावित होने वाले गांव के लोग नाराज हो गए और ग्रामीणों ने शिवनगर पंचायत के सरपंच के घर का घेराव कर विरोध दर्ज कराया।
ग्रामीणों का कहना है कि परसा कोल माइंस से शिवनगर ग्राम पंचायत प्रभावित नहीं हो रहा है तो आखिर इस पंचायत के सरपंच ने परसा कोल माइंस खोले जाने के समर्थन में पत्र क्यों भेजा क्योंकि इससे तो हरिहरपुर साल्ही और फतेहपुर ग्राम पंचायत प्रभावित हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि वे माइंस के पक्ष में सरकार को पत्र लिखने वाले दूसरे सरपंचों के घरों का भी जाकर आने वाले दिनों में घेराव करेंगे और इसके बाद भी उनके गांव में कोल माइंस खोलने के लिए प्रक्रिया की जाती है तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
परसा कोल माइंस के खिलाफ में साल्ही फतेहपुर और हरिहरपुर के ग्रामीणों ने शिवनगर पंचायत के सरपंच के घर का घेराव किया और बताया कि परसा कोल माइंस खोले जाने से साल्ही का कुछ इलाका प्रभावित होगा तो फतेहपुर और हरिहरपुर गांव पूरी तरीके से विस्थापित करना पड़ेगा जिसके लिए गांव वाले तैयार नहीं है। वहीं कोल माइंस खोलने के लिए जनार्दनपुर, शिवनगर और तारा पंचायत के सरपंच ने सरकार को समर्थन में पत्र भेजा है जबकि उनके पंचायत का माइंस से कोई लेना देना नहीं है। बता दें कि इस इलाके में पिछले दिनों पीकेबी फेस टू माइंस खोले जाने के लिए घाटबर्रा गांव में ग्राम सभा का आयोजन किया गया था जहां भी ग्रामीणों ने विरोध दर्ज कराया था लेकिन समर्थन में अधिक लोगों के होने की बात बताकर ग्राम सभा में कोल माइंस के पक्ष में प्रस्ताव पास कर दिया गया था। वहीं अगस्त महीने में केते एक्सटेशन नामक कोल माइंस खोले जाने के लिए जनसुनवाई आयोजित किया गया है। ग्रामीणों के द्वारा इसका भी विरोध किया जा रहा है, ऐसे में आने वाले दिनों में इस इलाके में ग्रामीणों का विरोध और भी तेज हो सकता है। बता दें कि कोल माइंस के खिलाफ यहां के ग्रामीण पिछले 2 सालों से चरणबद्ध रूप से विरोध प्रदर्शन करते हुए धरना दे रहे हैं।