बिलासपुर। न्यायधानी बिलासपुर में एक रेलवे कर्मी की पत्नी ने फांसी लगा कर जान दे दी। फांसी लगाने से पहले महिला ने फेसबुक पोस्ट कर कुछ लोगों का नाम लिखा और अपना वीडियो भी जारी किया है। पोस्ट में महिला ने छेड़छाड़ और गुंडागर्दी से परेशान होकर आत्महत्या करने की बात लिखी है।
दरअसल, सिविल लाइन थाना क्षेत्र के मैग्नेटो मॉल के बाजू में सांई दरबार के बाजू वाली गली में प्रियंका सिंह सपरिवार रहती थी। मृतिका के पति रेलवे कर्मी है। आज सुबह 12 बजे महिला ने फेसबुक पर लाइव कर फांसी लगा ली। फेसबुक में महिला ने कई लोगों का नाम भी लिया है। किसी ने जब पोस्ट देखा तो पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पुलिस महिला प्रियंका सिंह के घर पहुंची तब घर का दरवाजा अंदर से बंद था और आवाज देने पर भी दरवाजा नहीं खुला। पुलिस दरवाजा खुलवाने के लिए मशक्कत कर रही थी। तभी महिला का रेलवे कर्मी पति ड्यूटी खत्म कर घर पहुंचा। पुलिस वालों को उसने देखकर थोड़ा रुकने का इशारा किया और दूसरी चाबी से घर का दरवाजा खोल कर अंदर देखा तो पत्नी का शव फंदे पर लटक रहा था। बताया जा रहा है कि महिला ने जब फांसी लगाई तब महिला की 20 वर्षीया बेटी भी घर के अंदर थी। पुलिस दरवाजा खटखटा रही थी तब महिला की बेटी ने दरवाजा नहीं खोला। इस बात से पुलिस कर्मियों को पहले लगा था कि महिला घर में अकेली है। दरवाजा खुलने के बाद पुलिस अंदर गई और तत्काल महिला को लेकर जिला अस्पताल में भर्ती करवाया। यहां उसकी मौत की घोषणा डॉक्टरों ने की।
फेसबुक पोस्ट पर क्या लिखा प्रियंका ने..?
मौत से पहले प्रियंका सिंह ने फेसबुक पोस्ट में बताया कि मैं प्रियंका सिंह आत्महत्या कर रही हूं। मेरे मौत की जिम्मेदार पप्पू यादव निवासी श्रीकांत वर्मा मार्ग, नागू राव, मेरे पड़ोसी डॉक्टर अजीत मिश्रा समर्पण क्लिनिक, हाईकोर्ट एडवोकेट दीप्ति शुक्ला, बिलासपुर निवासी सांई दरबार, अनिल शुक्ला साई दरबार का पंडित, पंडित का बेटा,विवेक अग्रवाल और विक्की अग्रवाल श्री राम ज्वेलर्स का मालिक, नागू राव की पत्नी, पप्पू यादव की पत्नी सभी है। इन सभी की छेड़खानी और गुंडागर्दी से परेशान होकर मैं आत्महत्या कर रही हूं।
पिछले कई सालों से वह सो नहीं पाई..!
मृतिका ने बताया कि पप्पू यादव उनसे लगातार 4 सालों से छेड़छाड़ कर रहा है। जिसके चलते पिछले 3 साल से वह सो नहीं पाई है। पप्पू यादव की हरकत में बाकी सभी लोग साथ देते हैं। यह सभी नागू राव की छत पर आकर अपने कपड़े उतार कर उसे अश्लील इशारे करते है। महिला के अनुसार पिछले 26 फरवरी को इन्हीं लोगों ने बिजली ऑफिस के कुछ कर्मचारियों के साथ मिली भगत कर प्रियंका सिंह को उनकी बेटियों समेत घर पर जला देने की कोशिश की थी। प्रियंका सिंह का कहना है कि पप्पू यादव और उसके साथी रोजाना उसके घर पर पत्थर मारते है।
इस घटना को लेकर जहां एक ओर आरोपियों के बीच हड़कंप मच गया है, वहीं पुलिस महकमे में भी अफरा-तफरी मची हुई है। पुलिस यह पता लगा रही है कि सालों से प्रताड़ना की बात कहने वाली प्रियंका ने अभी तक इसकी शिकायत पुलिस से क्यों नहीं की।
मानसिक रूप से कमजोर थी महिला..?
पुलिस द्वारा मृतका के परिजनों से की गई जांच में यह तथ्य सामने आया है कि प्रियंका मानसिक रूप से विक्षिप्त थी और उसे पूर्व में हुई घटनाओं में अपने पड़ोसियों का हाथ नजर आता था। घटना के समय प्रियंका की बेटी भी वहां मौजूद थी और उसने भी कई बातें बताई है, जिससे पता चलता है कि बात कुछ और भी हो सकती है। फ़िलहाल पुलिस सच्चाई का पता लगाने में जुटी हुई है।