80 महिलाओं को जोड़ने वाली फ्लोरामैक्स से जुड़ी महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत

कोरबा। छत्तीसगढ़ में लगभग 50 हजार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाली कंपनी फ्लोरा मैक्स से जुड़ी एक महिला की आज संदिग्ध हालत में मौत हो गई है। कोरबा जिले के करतला के सकदुकला की निवासी महिला भगवती बाई (30 वर्ष) ने कंपनी में 80 अन्य महिलाओं को जोड़ा था। वहीं ठगी के खुलासे के बाद महिला परेशान चल रही थी और बीते तीन दिनों से बीमार होने के बाद अचानक महिला ने दम तोड़ दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पीएम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है।

बता दें, इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कंपनी के डायरेक्टर अखलेश सिंह और केयर टेकर मया राम साहू समेत 10 महिलाओं को गिरफ्तार कर कंपनी को सील कर दिया है। बीते दिन गुरुवार को कंपनी के फ्रॉड से पीड़ित लगभग 150 महिलाओं ने सीएम हाउस में पहुंचकर पैसे वापिस दिलाने की गुहार लगाई थी। इस बीच महिला की मौत को अब कंपनी के फ्रॉड से जोड़कर देखा जा रहा है। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है।
महिला के मौत को लेकर करतला थाना प्रभारी कृष्ण कुमार वर्मा ने बताया पुलिस परिजनों से पूछताछ कर आगे के कार्रवाई में जुट गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद ही पूरे मामले का खुलासा हो सकेगा।

जानिए क्या है पूरा मामला

कंपनी ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और हर महीने 2700 किश्त और कुछ घरेलु सामान देने का वादा कर कंपनी में पैसे इनवेस्ट करने को कहा. इस प्रलोभन में आकर प्रत्येक महिला ने 30-40 हजार रुपये लोन लेकर कंपनी में लगा दिये वहीं जब बीते 2 महिने से कंपनी ने महिलाओं को किश्त के पैसे और सामान देना बंद कर दिया, तब महिलाओं ने एसपी और कलेक्टर के पास कंपनी के खिलाफ अपने साथ हुई ठगी की शिकायतें दर्ज कराई थीं, जिसके बाद पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेकर जांच शुरू की और कंपनी के डायरेक्टर अखलेश सिंह और केयर टेकर मया राम साहू समेत 10 महिलाओं को गिरफ्तार कर कंपनी को सील कर दिया।

कंपनी की 6 से अधिक गाड़ियां जब्त

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तार की गई महिलाओं के पास से कंपनी द्वारा खरीदे गए आधा दर्जन से अधिक चारपहिया गाड़ियों को भी जब्त किया गया है। एडिशनल एसपी यूवीएस चौहान ने का कहना है कि अभी मुश्किल है कि कुल कितनी महिलाओं के साथ इस कंपनी ने धोखाधड़ी की थी। यह मामला अभी भी जांच के अधीन है। पुलिस आगे भी कार्रवाई जारी रखेगी। आगे की कार्यवाही में अन्य संभावित आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकती है।