त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव :छत्तीसगढ़ के इस जिले ने रचा अनोखा इतिहास ,पति ;पत्नी दोनों बने सरपंच ….

गरियाबंद। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के प्रथम चरण के मतदान के बाद गरियाबंद जिले में एक अनोखा इतिहास रचा गया। मैनपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत मुड़ागांव में हलमंत ध्रुवा सरपंच बने, जबकि उनकी पत्नी ललिता ध्रुवा पड़ोसी गांव दाबरीगुड़ा की सरपंच चुनी गईं। यह पहली बार है जब एक साथ रहने वाले पति-पत्नी दोनों अलग-अलग पंचायतों के मुखिया बने हैं।

बता दें कि हलमंत ध्रुवा लंबे समय से पंचायत राजनीति में सक्रिय रहे हैं और दोनों पंचायतों में अपना कनेक्शन जोड़े हुए हैं। उनकी पहली पत्नी सुशीला देवी भी मुड़ागांव से दो बार सरपंच रह चुकी थीं और एक बार जिला पंचायत सदस्य भी रहीं। सुशीला देवी का चार महीने पहले निधन हो गया था।
इस चुनाव में पति-पत्नी को सरपंच बनने का ऐतिहासिक मौका मिला है। गांव में किसी को भी उनकी अलग-अलग नागरिकता पर कोई आपत्ति नहीं है, ना ही निर्वाचन आयोग द्वारा कोई गड़बड़ी नजर आई। यह पहला मौका है जब प्रदेश में ऐसा हुआ है और देश के लिए भी यह एक विशेष उदाहरण है।