दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश-दुनिया की कूटनीति के साथ-साथ टेक्नोलॉजी की भी बहुत अच्छी समझ रखते हैं. वो सार्वजनिक मंचों पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से पैदा होने वाले खतरे और उसके फायदों के बारे में दुनिया को बताते रहे हैं, लेकिन अब पीएम मोदी एआई का इस्तेमाल देश की तरक्की और अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में करना चाहते हैं.
बुधवार को इस दिशा में केंद्र सरकार ने बड़ा ऐलान किया, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस संबंधी रिसर्च और इनोवेशन के लिए 500 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी गई है.
PM मोदी ने क्या कहा?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि भारत का भविष्य इनोवेशन में निवेश से तय होगा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) देश की अर्थव्यवस्था में नई क्रांति लाएगा. उन्होंने बताया कि एआई न सिर्फ कई लाख करोड़ रुपये जोड़ेगा, बल्कि लाखों नए रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा. पीएम मोदी ने बताया कि इस साल के केंद्रीय बजट में एआई से जुड़ी शिक्षा और रिसर्च को आगे बढ़ाने के लिए 500 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. इसके तहत भारत में एआई क्षमता विकसित करने के लिए नेशनल लार्ज लैंग्वेज मॉडल स्थापित करने की योजना पर काम किया जा रहा है.
निजी सेक्टर से आगे आने की अपील
प्रधानमंत्री मोदी ने निजी कंपनियों से आग्रह किया कि वे इस क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर भारत को आगे रखने के लिए निवेश करें. उन्होंने कहा, ‘दुनिया एक भरोसेमंद, सुरक्षित और लोकतांत्रिक देश की प्रतीक्षा कर रही है, जो किफायती एआई समाधान प्रदान कर सके.’ पीएम मोदी ने गर्व से बताया कि आज भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन चुका है. उन्होंने कहा कि इस बजट में स्टार्टअप को और मजबूत करने के लिए कई बड़े कदम उठाए गए हैं.
1 लाख करोड़ रुपये के फंड को मंजूरी
प्रधानमंत्री ने बताया कि सरकार ने रिसर्च और इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए 1 लाख करोड़ रुपये के फंड को मंजूरी दी है. साथ ही, ‘डीप टेक फंड ऑफ फंड्स’ के जरिए उभरते तकनीकी क्षेत्रों में निवेश को बढ़ाया जाएगा. पीएम मोदी ने बताया कि आईआईटी और आईआईएससी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में 10,000 रिसर्च फेलोशिप दी जाएंगी, जिससे युवाओं को बेहतरीन अवसर मिलेंगे और भारत को तकनीकी रूप से और मजबूत बनाया जाएगा.
भारत की अर्थव्यवस्था की तेजी से बढ़त
प्रधानमंत्री ने आईएमएफ की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि 2015 से 2025 के बीच भारत की अर्थव्यवस्था में 66% की वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे यह 3.8 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन गई है. उन्होंने कहा, ‘यह वृद्धि कई बड़ी अर्थव्यवस्थाओं से तेज है और वह दिन दूर नहीं जब भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा.’