शिकायतकर्ताओं ने कहा ,जल्द रिश्वतखोर पटवारी को यहाँ से हटाएं

सलिहाभांठा ,पकरिया के ग्रामीणों ने जांच दल के सामने कराया बयान दर्ज ,शीघ्र होगी कार्यवाई

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । राजस्व कार्यों के संपादन के एवज में ग्रामीणों (भूस्वामियों )से रिश्वत की मांग करने वाले हल्का नंबर 7 सलिहाभांठा,हल्का नंबर 8 पकरिया में पदस्थ पटवारी विकास कुमार जायसवाल के खिलाफ शीघ्र ही कार्यवाई होगी । शुक्रवार को कलेक्टर के निर्देश पर पहुंची जांच टीम ने शिकायतकर्ता ग्रामीणों का बयान कलमबद्ध कर लिया है । जहाँ कलेक्टर को किए गए शिकायत को शिकायतकर्ताओं ने दोहराते हुए पटवारी का अन्यत्र स्थानांतरण कर उचित कार्यवाई किए जाने की मांग की है । जांच अधिकारी ने आवश्यक कार्यवाई हेतु प्रतिवेदन सक्षम अधिकारी की ओर प्रस्तुत कर दिया है ।

यहाँ बताना होगा कि करतला विकासखण्ड के हल्का नम्बर 7 सलिहाभांठा , हल्का नंबर 8 पकरिया के आदिवासी ग्रामीणों ने 8 फरवरी को क्लेक्टरोरेट पहुंचकर फौती नामान्तरण काटने ,चौहद्दी बनाने , रजिस्ट्री प्रमाणीकरण ,रिकार्ड दुरुस्तीकरण के नाम पर पिछ्ले 2 साल से पदस्थ पटवारी विकास कुमार जायसवाल पर रिश्वतखोरी का आरोप लगाया था । कलेक्टर को की गई शिकायत के आधार पर ग्रामीणों ने बताया था कि पटवारी ने ग्राम पंचायत सलिहाभांठा के आदिवासी किसान सत्यनारायण वरकरे से फौत काटने के लिए 20 हजार रुपए की मांग की थी । प्रार्थी ने इतनी राशि देने में असमर्थता जताई व 2 हजार रुपए दिया जिसे पटवारी ने लेने से इंकार कर दिया था। साल भर तक सत्यनाराण अपने स्व पिता रामायण सिंह वरकरे के फौत नामांतरण के लिए भटकता रहा। इसी गांव में दिलवर वरकरे पिता मालिक वरकरे से 15 हजार रुपए की मांग की गई पैसा देने से जब प्रार्थी ने इंकार किया तो पटवारी ने रकबे की ऑनलाइन प्रविष्टि नहीं की। जिसके कारण प्रार्थी शासन को अपना धान नहीं बेच सका । लक्ष्मण सिंह पिता अनंद सिंह गोंड से फौत प्रमाणीकरण के नाम पर 10 हजार रुपए की मांग की गई थी । प्रार्थी ने इतनी बड़ी राशि देने में असमर्थता जताते हुए 1 हजार रुपए देना चाहा तो पटवारी ने नहीं लिया। सलिहाभांठा के ही प्रार्थी कन्हैयालाल महतो से रजिस्ट्री प्रमाणीकरण के लिए 5 हजार रुपए लेने के एक साल बाद प्रमाणीकरण किया गया। प्रार्थी सम्मेलाल यादव से जमीन की चौहद्दी बनाने के नाम पर 5 हजार रुपए लिया गया। प्रमाणीकरण के नाम पर भी 5 हजार रुपए रिश्वत की मांग की गई । रिश्वत नहीं देने पर आज एक बीतने के बाद भी प्रमाणीकरण नहीं किया गया है । ग्राम पंचायत पकरिया के उप सरपंच रमेश सिंह पटेल पिता चैतू से रिकार्ड दुरुस्तीकरण के नाम पर 10 हजार रुपए लिया गया। नर्मदा प्रसाद पिता लक्ष्मण पटेल से चौहद्दी के लिए 5 हजार रुपए पटवारी ने ले लिया । रिश्वरखोर पटवारी ने ग्राम के सरपंच को भी नहीं बख्शा । सरपंच वेद प्रकाश सिंह कंवर से फौती नामांतरण के लिए 5 हजार रुपए की मांग की गई थी । राशि नहीं देने पर 4 से 5 दिन घुमाया गया। मामले की शिकायत ग्रामीणों ने 8 फरवरी को कलेक्टोरेट पहुंचकर कलेक्टर से की थी। कलेक्टर के निर्देश पर जांच टीम गठित की गई थी । सहायक अधीक्षक भू -अभिलेख सह नजूल अधिकारी हरिशंकर यादव के साथ राजस्व निरीक्षक खिलेश्वर लकड़ा को जांच दल में शामिल किया गया था । जांच दल ने शिकायतकर्ताओं को सूचित कर शुक्रवार को जांच के लिए ग्राम पंचायत भवन पकरिया पहुंची। यहाँ दोनों ग्राम के शिकायतकर्ता नियत समयावधि पर मौजूद थे । नजूल अधिकारी के समक्ष 7 शिकायतकर्ताओं सहित 23 अन्य ग्रामीणों ने अपना बयान दर्ज कराया । जिसमें ग्रामीणों ने पटवारी का अन्यत्र स्थानांतरण कर उचित कार्यवाई किए जाने की बात कही। जांच अधिकारी ने प्रतिवेदन आवश्यक कार्यवाई हेतु सक्षम अधिकारी की ओर प्रस्तुत कर दिया है । बहरहाल पूर्व सांसद स्वर्गीय डॉ. बंशीलाल महतो के गृह ग्राम व वर्तमान रामपुर विधायक ननकीराम कंवर के गृह ग्राम पंचायत (सलिहाभांठा)के ग्रामीणों से मनमाना रिश्वत लेकर राजस्व कार्य लटकाने वाले पटवारी के खिलाफ कड़ी कार्यवाई कर नजीर पेश की जानी चाहिए ,ताकि भोले भाले गरीब किसानों ,भू स्वामियों को न्याय मिल सके।

वर्जन

जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत कर दिया है

पटवारी के खिलाफ शिकायतकर्ता ग्रामीणों ने बयान दर्ज कराया है । जिसमें कलेक्टर को की गई शिकायत दोहराई गई है। पटवारी को हल्के से हटाने सहित उचित कार्यवाई की मांग की गई है । प्रकरण आवश्यक कार्यवाई हेतु सक्षम अधिकारी की ओर प्रस्तुत कर दिया है ।

हरिशंकर यादव ,जाँच अधिकारी सह नजूल अधिकारी